सभी पार्टी बांग्लादेशी घुसपैठ पर अपना रुख साफ करें : अमित शाह
सभी पार्टी बांग्लादेशी घुसपैठ पर अपना रुख साफ करें : अमित शाह
Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-31 11:10 GMT
हाईलाइट
- NRC की दूसरी लिस्ट में 40 लाख लोगों के नाम शामिल न किए जाने को लेकर दोनों सदनों में जोरदार हंगामा।
- अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए विपक्षी दलों पर निशाना साधा और उनपर बीजेपी की छवि को धूमिल कर ने का आरोप लगाया।
- अमित शाह ने हर दल को अपना स्टैंड स्पष्ट करने को भी कहा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) की दूसरी ड्राफ्ट लिस्ट में 40 लाख लोगों के नाम शामिल न किए जाने को लेकर मंगलवार को संसद के दोनों सदन में जोरदार हंगामा हुआ। लगातार हंगामे के बाद राज्यसभा को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया वहीं लोकसभा में विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। इस मामले को लेकर बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए विपक्षी दलों पर निशाना साधा और उनपर बीजेपी की छवि को धूमिल कर ने का आरोप लगाया। उन्होंने हर दल को बांग्लादेशी घुसपैठ पर अपना स्टैंड स्पष्ट करने को कहा।
Shri @AmitShah addresses a press conference at BJP HQ. #NRCForSecureIndia https://t.co/qFbJbZLX3S
— BJP (@BJP4India) July 31, 2018
क्या कहा अमित शाह ने?
- जब हम विपक्ष में थे तब भी हमारा स्पष्ट मानना था कि बांग्लादेशी घुसपैठियों का हमारा देश में कोई स्थान नहीं है और आज भी हमारा यही स्टैंड है।
- राहुल गांधी को देश की सुरक्षा के लिए बांग्लादेशी घुसपैठियों पर अपना स्टैंड क्लियर करना चाहिए। घुसपैठियों को बढ़ावा देकर किस प्रकार देश की सुरक्षा करेंगे?
- मुझे बड़े दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि BJP और BJD के अलवा किसी भी पार्टी ने यह कहना उचित नहीं समझा है कि हमारे देश में घुसपैठियो का कोई स्थान नहीं है।
- आज वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस NRC की प्रक्रिया पर सवाल उठा रही है।
- असम अकॉर्ड जो राजीव गांधी की अध्यक्षता वाली सरकार के समय में हुआ था, NRC उसकी आत्मा है जिसमें व्याख्या की गयी है कि एक-एक अवैध घुसपैठिये को चुनकर देश की मतदाता सूची से बाहर किया जाएगा।
- विपक्षी दलों के द्वारा देश में भाजपा की छवि को धूमिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
- 40 लाख का आंकड़ा कोई अंतिम आंकड़ा नहीं है, सुप्रीम कोर्ट के संरक्षण में पूरी जांच की जाएगी और उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाए।
- पिछले दो दिनों से देश में NRC के उपर बहस चल रही है और यह कहा जा रहा है कि 40 लाख भारतीयों नागरिकों को अवैध घोषित कर दिया गया है जबकि वास्तविकता है कि प्राथमिक जांच होने के बाद जो भारतीय नहीं है उनके नाम NRC से हटाए गए हैं।