उद्धव ठाकरे, लता मंगेशकर और रतन टाटा से मिलेंगे अमित शाह

उद्धव ठाकरे, लता मंगेशकर और रतन टाटा से मिलेंगे अमित शाह

Tejinder Singh
Update: 2018-06-05 15:20 GMT
उद्धव ठाकरे, लता मंगेशकर और रतन टाटा से मिलेंगे अमित शाह

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आगामी चुनावों के मद्देनजर सहयोगी दलों को दोबारा करीब लाने की कोशिश के बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे से बुधवार को मुलाकात करेंगे। शाह मातोश्री में उद्धव से मिलने के लिए जाएंगे। केंद्र और राज्य की सत्ता में रहने के बावजूद शिवसेना की तल्खी लगातार बनी हुई है। इस लिहाज से दोनों नेताओं के बीच होने वाली बैठक काफी अहम मानी जा रही है।हालांकि भाजपा ने स्पष्ट किया है कि शाह पार्टी के ‘संपर्क फॉर समर्थन’ अभियान के तहत उद्धव से मुलाकात करने वाले हैं। जबकि शिवसेना नेताओं का कहना है कि शाह का यह कदम देर से सूझी हुई समझदारी है।

नहीं बदलेगी शिवसेना की भूमिका: राऊत
शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि एनडीए के घटक दल एक के बाद एक भाजपा को छोड़कर जा रहे हैं। देश भर में भाजपा के खिलाफ रोष है। भाजपा लगातार उपचुनाव में हार रही है। इसलिए भाजपा को लगता होगा कि सभी सहयोगियों को एकजुट किया जाए। राऊत ने कहा कि मुझे लगता है कि शाह के मुलाकात के बाद आगामी चुनावों में अकेले लड़ने की शिवसेना की भूमिका नहीं बदलेगी।

राऊत ने कहा कि शिवसेना नाराज नहीं है। शिवसेना ने आगामी चुनाव अपने दम पर लड़ने का फैसला किया है। इसके आधार पर पार्टी ने पालघर लोकसभा उपचुनाव लड़कर दिखाया है। पालघर में शिवसेना को मिले वोटों को देख कर कई लोगों की नींद उड़ गई है। यह विचार करने वाली बात है कि आखिर पालघर चुनाव के बाद ही शाह मातोश्री में क्यों आ रहे हैं। शिवसेना की ताकत देखने के बाद वह यहां पर आ रहे हैं। यह उनका दुर्भाग्य है। शिवसेना नेता व प्रदेश के परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार शिवसेना के बल पर चल रही है। इसके बावजूद सरकार चलाते समय भाजपा ने शिवसेना की अनेदखी की। लेकिन बदलते माहौल के बाद भाजपा को लग रहा है कि उनको किसी का साथ चाहिए।

चुनाव से जोड़ कर न देखे : मुनगंटीवार
दूसरी ओर भाजपा नेता व प्रदेश के वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि शाह पार्टी के अभियान के तहत मातोश्री जा रहे हैं। इस बैठक को आगामी चुनाव के नजरिए से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। मुनगंटीवार ने कहा कि उद्धव से शाह की मुलाकात कोई मजबूरी नहीं है। शिवसेना के मंत्री केंद्र और प्रदेश सरकार में है। इसलिए मित्रता के नाते दोनों नेताओं की बैठक होगी। मुनगंटीवार ने कहा कि अभी चुनाव दूर है। फिलहाल भाजपा और शिवसेना दोनों दलों का गठबंधन है। आगामी चुनाव के लिए भी भाजपा की भूमिका साफ है।

अब गठबंधन के लिए चर्चा की शुरुआत तभी होगी जब शिवसेना चाहेगी। यदि शिवसेना साथ आएगी तो अच्छा होगा नहीं तो पार्टी अपने दम पर लड़ने के लिए तैयार है। मुनगंटीवार ने शिवसेना नेता राऊत को भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कोई एक व्यक्ति केवल चाह रहा है कि दोनों दल साथ नहीं आए। लेकिन भाजपा का नाम हमेशा गठबंधन तोड़ने नहीं बल्कि जोड़ने वालों में शामिल रहेगा।

लता-रतन टाटा से भी मिलेंगे शाह
भाजपा अध्यक्ष शाह उद्धव के अलावा मशहूर गायिका लता मंगेशकर, उद्योगपति रतन टाटा, अभिनेत्री माधुरी दीक्षित से भी मुलाकात करेंगे। 

 

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