यूपी में तीसरा लोकसभा उपचुनाव हारी बीजेपी, भंडारा-गोंदिया सीट भी गंवाई
यूपी में तीसरा लोकसभा उपचुनाव हारी बीजेपी, भंडारा-गोंदिया सीट भी गंवाई
- कुल 4 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने महज एक सीट महाराष्ट्र के पालघर में जीत हासिल की।
- 2014 में जीती हुई कैराना और गोंदिया-भंडारा सीट पर उसे हार का सामना करना पड़ा।
- यूपी की प्रतिष्ठापूर्ण कैराना लोकसभा सीट RLD उम्मीदवार तबस्सुम हसन ने बीजेपी से छीन ली है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 4 लोकसभा और 11 विधानसभा सीटों पर आए उपचुनाव के नतीजे बीजेपी के लिए निराशाजनक रहे हैं। यूपी की प्रतिष्ठापूर्ण कैराना लोकसभा सीट RLD उम्मीदवार तबस्सुम हसन ने बीजेपी से छीन ली है। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट गंवाने के बाद ये योगी आदित्यनाथ के लिए बड़ा झटका है। बीजेपी ने यूपी की नूरपुर विधानसभा सीट भी गंवा दी। कुल 4 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने महज एक सीट महाराष्ट्र के पालघर में जीत हासिल की। जबकि 2014 में जीती हुई कैराना और गोंदिया-भंडारा सीट पर उसे हार का सामना करना पड़ा। गोंदिया-भंडारा सीट पर कांग्रेस-एनसीपी के साझा उम्मीदवार ने जीत हासिल की। वहीं नागालैंड में NDPP के उम्मीदवार ने लोकसभा उपचुनाव जीता। विधानसभा उपचुनावों की बात करें तो 11 सीटों पर आए नतीजों में से सिर्फ उत्तराखंड की थराली सीट पर ही बीजेपी अपना परचम लहरा सकी, जबकि कांग्रेस ने महाराष्ट्र, मेघालय, पंजाब और कर्नाटक में जीत हासिल की। बिहार की जोकीहाट सीट RJD ने JDU से छीन ली। झारखंड की गोमिया और सिल्ली सीट पर झामुमो ने अपना कब्जा बरकरार रखा है। बंगाल में TMC तो केरल में CPM का दबदबा कायम है।
लोकसभा- 4/4 बीजेपी- 2 कांग्रेस- 2 अन्य-0
विधानसभा- 10/10 बीजेपी -1 कांग्रेस- 3 अन्य-6
By Election Updates
- नगालैंडः बीजेपी समर्थित NDPP के उम्मीदवार ने लोकसभा उपचुनाव जीता
- महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया से मधुकर कुकड़े, एनसीपी ने जीत दर्ज की, कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न
- यूपी में बीजेपी की हार पर अखिलेश यादव ने निशाना साधते हुए कहा कि "जो खेल वह (बीजेपी) हमारे साथ खेलते, वही खेल हमने उनसे सीखा है। पहले कहा गया की किसान का कर्ज़ माफ होगा, लेकिन हुआ कुछ नहीं बल्कि किसानों की जान चली गई।
- कैराना की सीट पर RLD की तबस्सुम का कब्ज़ा, बीजेपी प्रत्याशी मृगांका सिंह हारीं।
- केरल चेंगनूर विधानसभा क्षेत्र से सजी चेरियान ने जीत हासिल की।
- पश्चिम बंगाल के महेश्तला में TMC ने 62896 वोटों से जीत दर्ज की है। TMC को 104818 वोट, बीजेपी को 41993 वोट और सीपीएम को 30316 वोट मिले।वहीं सीपीएम को 30316 वोट मिले।
- झारखंड के गोमिया और सिल्ली विधानसभा सीट पर क्रमशः बबीता महतो और सीमा महतो ने जीत दर्ज की।
- थराली विधानसभा सीट उत्तराखंड से बीजेपी की मुन्नी सिंह 1872 वोटों से जीत दर्ज की।
- पंजाब के शाहकोट विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने 38802 वोटों से जीत दर्ज की।
- भाजपा से महाराष्ट्र के पालघर में राजेंद्र गावित ने जीत दर्ज की।
- पालघर जीत पर संजय राउत, शिवसेना ने कहा कि कई ईवीएम दोषपूर्ण थे, मतदाता सूची से लगभग 50-60,00 लोग गायब थे। मतदान के 12 घंटों के भीतर, ईसी ने वोट प्रतिशत बदल दिया। ईवीएम पर सवाल उठाते हुए संजय राउत ने कहा जहां-जहां ईवीएम में गड़बड़ी हुई है, वहां री-पोलिंग की मांग करेंगे।
- राजराजेश्वरी नगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार मुनीरत्ना 41162 मतों से जीत गए हैं।
- बिहार में जोकीहाट सीट पर राजद ने कब्जा जमा लिया।
- नूरपुर विधानसभा में समाजवादी पार्टी के 6211 वोटों से नईमुल हसन ने जीत दर्ज की।
- मेघालय के अंपाती विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की मियानी डी शीरा जीत गई हैं।
- महाराष्ट्र के भंडारा-गोंडिया से एनसीपी के मधुकर कुकड़े 3100 वोटों से आगे, बीजेपी से हेमंत पाटले पीछे चल रहे हैं।
- पश्चिम बंगाल की महेशतला सीट से टीएमसी के दुलाल शाह जीते।
इनके बीच रहा मुकाबला
कैराना, उत्तर प्रदेश
तबस्सुम हसन, रालोद और मृगांका सिंह, भाजपा के बीच टक्कर
भाजपा: हारी
रालोद : जीती
पालघर, महाराष्ट्र
श्रीनिवास वनगा, शिवसेना और राजेंद्र गावित, भाजपा के बीच मुकाबला
शिवसेना : हारी
भाजपा : जीती
भंडारा-गोंदिया, महाराष्ट्र
मधुकर कुकड़े, एनसीपी और हेमंत पाटले, भाजपा के बीच कांटे की टक्कर
NDPP: जीती
नागालैंड
तोखेयो येपथोमी, पीडीए और सीए अपोक जमीर, एनपीएफ की जंग
पीडीए:
एनपीएफ : पीछे
10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के नतीजे अपडेट्स
जोकीहाट (बिहार)
मुर्शीद आलम (जदयू): हारे
शहनवाज अालम (राजद): जीते
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गोमिया (झारखंड)
माधव लाल सिंह (भाजपा): 49850 से हारे
लंबोदर महतो (आजसू): 46719 से हारे
बबीता सिंह (झमुमो): जीतीं
सिल्ली (झारखंड)
सुदेश महतो (आजसू): हारे
सीमा महतो (झामुमो): जीती
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चेंगन्नूर (केरल):
सजी चेरियान (माकपा): जीते
पीएस श्रीधरन (भाजपा): हारे
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पलूस कडेगांव (महाराष्ट्र): कांग्रेस विधायक पतंगराव कदम के निधन से खाली हुई सीट पर उनके बेटे विश्वजीत पतंगराव कदम निर्विरोध चुने गए हैं।
अंपाती (मेघालय)
मियानी डी शीरा(एनपीपी): जीती
केलेमेंट जी मोमिन(कांग्रेस): हारे
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शाहकोट (पंजाब)
हरदेश सिंह (कांग्रेस): जीते
नायब सिंह (अकाली दल): हारे
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थराली (उत्तराखंड)
प्रो. जीतराम (कांग्रेस): हारी
मुन्नी देवी (भाजपा): जीती
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नूरपुर (उत्तर प्रदेश)
अवनी सिंह (भाजपा): हारे
नईमुल हसन (सपा): जीते
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महेशतला (पश्चिम बंगाल)
दुलाल शाह (टीएमस): जीते
प्रभात चौधरी (माकपा): हारे
राज राजेश्वरी नगर (कर्नाटक)
मुनीरत्ना (कांग्रेस): 41162 वोटों से जीते
मुनिराजू गौड़ा (बीजेपी): हारे
जीएस रामचंद्र (जेडीएस): हारे
कैराना लोकसभा उपचुनाव : बीजेपी के खिलाफ विपक्ष एकजुट
यूपी की इस महत्वपूर्ण सीट पर बीजेपी विरोधी दल एक बार फिर एकजुट हुए हैं। बीजेपी सांसद हुकुम सिंह की मृत्यु के बाद खाली हुई सीट पर जहां पार्टी ने हुकुम सिंह की बेटी मृगांगका सिंह को मैदान में उतारा है, वहीं आरएलडी की प्रत्याशी तबस्सुम को कांग्रेस, बसपा और सपा ने अपना समर्थन दे दिया है। विपक्षी पार्टियां यहां वहीं करिश्मा दोहराना चाहती हैं जो यूपी की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के दौरान किया गया था। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में बसपा ने सपा के उम्मीदवारों को अपना समर्थन देकर बीजेपी को दोनों सीटों पर हरा दिया था।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कैराना के नतीजे अगर आरएलडी के पक्ष में गए तो यह बीजेपी के लिए बड़ा झटका साबित होंगे। जानकारों का मानना है कि यहां के नतीजों से 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी में विपक्षी दलों के गठबंधन की राहें निकलेंगी।
पालघर लोकसभा चुनाव : बीजेपी vs शिवसेना
महाराष्ट्र में पालघर लोकसभा सीट पर उपचुनाव इसलिए सुर्खियां बटोर रहा है, क्योंकि लम्बे समय से एक-दूसरे का साथ देने वाली बीजेपी और शिवसेना ही इस चुनाव में आमने-सामने हैं। यहां बीजेपी द्वारा अपना उम्मीदवार घोषित करने के बाद शिवसेना ने भी यहां अपना उम्मीदवार उतार दिया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी-शिवसेना में आई दरार लगातार बढ़ती जा रही है। दोनों दलों के नेता लगातार एक-दूसरे के खिलाफ आक्रामक बयानबाजी करते रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस चुनाव के बाद NDA के सबसे खास घटक दल रहे शिवसेना का भी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रूख स्पष्ट हो सकेगा। जानकारों का कहना है कि इस चुनाव के बाद यह कुछ हद तक स्पष्ट हो जाएगा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना साथ-साथ लड़ेंगे या अलग-अलग।
4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर लड़ाई
गौरतलब है कि 4 लोकसभा और 10 विधानसभा की सीटों पर वोटिंग 28 मई को वोटिंग हुई थी। हालांकि 3 लोकसभा सीटों के 123 पोलिंग बूथों पर और कुछ विधानसभा सीटों पर ईवीएम में खराबी आने की वजह से चुनाव प्रकिया बाधित हुई थी। इन बूथों पर 30 मई दोबारा मतदान कराया गया है। उपचुनाव में महाराष्ट्र, नगालैंड और यूपी की लोकसभा सीटें और बिहार, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र, मेघालय, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल की विधानसभा सीटें शामिल हैं। सभी सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 10 मई थी। वहीं 14 मई तक उम्मीदवार अपना नामांकन वापस ले सकते थे।