भागवत के बयान पर बवाल, राहुल ने बताया हर भारतीय का अपमान

भागवत के बयान पर बवाल, राहुल ने बताया हर भारतीय का अपमान

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-12 04:31 GMT

डिजिटल डेस्क,दिल्ली। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के मुजफ्फपुर में दिए बयान के बाद विपक्षी दलों ने बीजेपी और उनपर निशाना साधना शुरू कर दिया है। इस बयान के बाद  RSS की ओर से सफाई दी गई है। RSS ने कहा कि मोहन भागवत ने सेना से संघ की तुलना नहीं की है। बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर में भागवत ने कहा कि उनका मिलिट्री संगठन नहीं है, लेकिन देश को जरूरत पड़ेगी तो उनके स्वंयसेवक सेना से पहले ही तीन दिन में तैयार हो जाएंगे। 
 

गौरतलब है कि रविवार को दिए मोहन भागवत के बयान के बाद विपक्षी पार्टियां हमलावर हो गई है। उन्होंने भागवत के इस बयान को सेना का अपमान बताया है। इसके बाद RSS की सफाई सामने आई है। संघ का कहना है कि मोहन भागवत ने सेना से संघ की तुलना नहीं की है, बल्कि ये कहा कि आम लोगों को सैनिक बनाने में 6 महीने लगते हैं। अगर सेना ट्रेनिंग दे तो तीन दिन में स्वयंसेवक सैनिक बन जाएगा।


राहुल ने बताया हर भारतीय का अपमान

बयान के बाद कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने इसे हर भारतीय का अपमान बताया है। उनका कहना है कि यह उन लोगों का अपमान है जिन्‍होंने हमारे देश के लिए अपनी जान न्‍योछावर कर दी।  यह देश के झंडे का भी अपमान है, क्योंकि तिरंगे को सलाम करने वाले सैनिकों का अपमान किया गया है। उन्‍होंने यह भी कहा कि हमारे शहीदों और सेना का अपमान करने के लिए मोहन भागवत को शर्म आनी चाहिए।

RJD-AAP का निशाना

वहीं बयान के बाद RJD ने इस बयान को सेना का अपमान बताया है। RJD का कहना है कि भागवत को इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। वहीं AAP प्रवक्ता संजय सिंह ने ट्वीट कर भागवत और बीजेपी पर निशाना साधा है। संजय सिंह ने ट्वीट किया कि अगर ये बयान किसी दूसरी पार्टी के नेता ने दिया होता तो,भाजपाई अब तक उसे पाकिस्तान भेज देते,मीडिया तो फांसी की सजा की मांग कर देता, लेकिन बात भागवत की है "हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम,वो कत्ल भी करते है तो चर्चा नहीं होती।
 

अगर ये बयान किसी दूसरी पार्टी के नेता ने दिया होता तो,भाजपाई अब तक उसे पाकिस्तान भेज देते,मीडिया तो फाँसी की सज़ा की माँग कर देता, लेकिन बात भागवत की है "हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम,वो क़त्ल भी करते है तो चर्चा नही होता" https://t.co/to9icunyjX

— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) February 11, 2018


क्या था भागवत का बयान ?

रविवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने बिहार के मुजफ्फरपुर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि हमें संघ या संगठन की नहीं, देश की चिंता है और देश व समाज के लिए सबकुछ नयौछावर है। उन्होंने कहा कि देश को जरूरत पड़ी तो तीन दिनों में संघ उतनी फौज खड़ी कर देगा जितना सेना 6 महीने में करेगी। बता दें कि मोहन भागवत पिछले 6 फरवरी से मुजफ्फरपुर के प्रवास पर हैं।

भारत-चीन के युद्ध की चर्चा
डॉ. भागवत ने कहा कि देश की विपदा में स्वयंसेवक हर वक्त मौजूद रहते हैं। उन्होंने भारत-चीन के युद्ध की चर्चा करते हुए कहा कि जब चीन ने हमला किया तो सिक्किम सीमा क्षेत्र के तेजपुर से पुलिस-प्रशासन के अधिकारी डरकर बोरिया-बिस्तर लेकर भाग खड़े हुए। उस समय संघ के स्वयंसेवक सीमा पर मिलिट्री फोर्स के आने तक डटे रहे। स्वयंसेवकों ने तय किया कि अगर चीनी सेना आयी तो बिना प्रतिकार के उन्हें अंदर प्रवेश करने नहीं देंगे। स्वयंसेवकों को जब जो जिम्मेवारी मिलती है, उसे बखूबी निभाते हैं।

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