मर्डर केस में राम रहीम पर 22 सितंबर को अगली सुनवाई, खट्टा सिंह देगा गवाही

मर्डर केस में राम रहीम पर 22 सितंबर को अगली सुनवाई, खट्टा सिंह देगा गवाही

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-16 02:25 GMT
मर्डर केस में राम रहीम पर 22 सितंबर को अगली सुनवाई, खट्टा सिंह देगा गवाही

डिजिटल डेस्क, रोहतक। साध्वियों से बलात्कार के मामले में सुनारिया जेल में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की हत्या के दो मामलों में शनिवार को पेशी हुई। पंचकुला की सीबीआई कोर्ट के सामने राम रहीम की पेशी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरीए हुई। राम रहीम के अलावा अन्य 7 आरोपियों की भी इस मामले में कोर्ट में पेशी हुई। बता दें कि राम रहीम समेत इन सभी आरोपियों पर पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और रणजीत सिंह की हत्या करवाने के आरोप हैं। मामले की अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी।

दो मर्डर केस के इस मामले में शनिवार दोपहर एक और मोड़ आया है। इस मामले में राम रहीम के ड्राइवर खट्टा सिंह गवाही देने को तैयार हो गए हैं। खट्टा सिंह ने कहा है कि वह जान से मारने की धमकियों के चलते डर गया था, लेकिन अब वह गवाही देने के लिए तैयार है। बता दें कि राम रहीम का ड्राइवर खट्टा सिंह 2012 में अपने बयान से पलट गया था। 

आपकों बता दें कि राम रहीम ने सिरसा से प्रकाशित एक सांध्य दैनिक समाचार पत्र के संपादक रामचंद्र छत्रपति ने डेरामुखी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली साध्वी के गुमनाम पत्र को प्रमुखता से छापा था। इसके बाद 24 अक्तूबर 2002 को छत्रपति की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। 12 साल से सीबीआई कोर्ट में ही सुनवाई चल रही है। वहीं रणजीत सिंह की हत्या इसलिए करवाई गई थी कि उसे बाबा की हरकतें और कई राज पता चल गए थे। बाबा को शक था कि उसके इशारे पर ही साध्वियों ने बलात्कार की शिकायत प्रधानमंत्री तक पहुंचाई है। यह हत्या 10 जुलाई 2003 को हुई थी।

इन मामलों की भी खुल सकती हैं परतें

फकीर चंद गुमशुदगी केस
वर्ष 2010 में डेरे के पूर्व साधु रामकुमार बिश्नोई ने आरोप लगाया था कि डेरामुखी के आदेश पर पूर्व मैनेजर फकीरचंद की हत्या कर दी गई है। इस मामले में सीबीआई सबूत नहीं जुटा पाई थी। इसके बाद राम कुमार बिश्नोई हाईकोर्ट चले गए थे।

साधुओं को नपुंसक बनाने का मामला
इसी तरह करीब 400 साधुओं को नपुंसक बनाने का केस भी सीबीआई में चल रहा है। इसमें डेरा सच्चा सौदा के पूर्व अनुयायी हंसराज चौहान ने आरोप लगाया था कि डेरामुखी के आदेश पर उसे व 400 अन्य साधुओं को जबरन नपुंसक बना दिया था। इस पर डेरामुखी के खिलाफ अंगभंग का केस दर्ज किया गया था।

इससे पहले पंचकुला की एसआईटी ने डेरे के स्पोक्सपर्सन दिलावर सिंह को गिरफ्तार किया है। उसे सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। दिलावर पर बाबा की गिरफ्तारी के बाद दंगा भड़काने के आरोप हैं। गौरतलब है कि हत्या मामले में सीबीआई ने 30 जुलाई 2007 को आरोप पत्र दाखिल किया था। इन मामलों में गुरमीत राम रहीम को मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर सीबीआई ने नामजद किया है।

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