प्रियंका गांधी ने अन्नदाता के लिए बिछाए गए कटीले तारों का Video शेयर करते हुए लिखा- प्रधानमंत्री जी, अपने किसानों से ही युद्ध? 

प्रियंका गांधी ने अन्नदाता के लिए बिछाए गए कटीले तारों का Video शेयर करते हुए लिखा- प्रधानमंत्री जी, अपने किसानों से ही युद्ध? 

Bhaskar Hindi
Update: 2021-02-02 05:50 GMT
प्रियंका गांधी ने अन्नदाता के लिए बिछाए गए कटीले तारों का Video शेयर करते हुए लिखा- प्रधानमंत्री जी, अपने किसानों से ही युद्ध? 
हाईलाइट
  • 'प्रधानमंत्री जी
  • अपने किसानों से ही युद्ध? '।
  • 6 फरवरी को दिन के 12 बजे से 3 बजे तक पूरे देशभर में चक्का जाम करने का ऐलान
  • धरना स्थल पर बिजली
  • पानी की आपूर्ति और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।

डिजिटल डेस्क ( भोपाल)।  कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर 2 महीने से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सोमवार को सिंघु बॉर्डर के नजदीक बैठक की, जिसमें 5 से 6 मुद्दों पर चर्चा की गई और कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। संयुक्त किसान मोर्चा ने 6 फरवरी को दिन के 12 बजे से 3 बजे तक पूरे देशभर में चक्का जाम करने का ऐलान किया। संयुक्त किसान मोर्चा ने पुलिस पर आरोप लगाया कि प्रदर्शन में आए नौजवानों को परेशान किया जा रहा है, बेवजह उनकी पिटाई और गिरफ्तारी की की जा रही है। पुलिस ने जगह -जगह कटीले तार बिछा दिए हैं। ताकि किसान आगे ना बढ़ सके। किसानों के आंदोलन को रोकने के लिए सरकार हर तरह की कोशिश में लगी हुई है। ऐसे में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि "प्रधानमंत्री जी, अपने किसानों से ही युद्ध? "। 

किसानों का आरोप है कि, 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के बाद से किसानों के कई ट्रैक्टरों, वाहनों को जब्त किया गया है। साथ ही बॉर्डर के आसपास की जगहों को पूरी तरह ब्लॉक किया जा रहा है। धरना स्थल पर बिजली, पानी की आपूर्ति और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। इन सबके विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने फैसला लिया गया है कि 6 फरवरी को देशभर की मुख्य सड़कों पर दिन के 12 से 3 बजे तक कोई गाड़ी नहीं चलने दी जाएगी।

किसान संगठनों और सरकार के बीच 11 दौर की बातचीत बेनतीजा रही है। 11वीं बैठक में सरकार की तरफ से नए कृषि कानूनों को एक से डेढ़ साल तक स्थगित करने का प्रस्ताव दिया, लेकिन किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की लिखित गारंटी और इन कानूनों को वापस लेने की मांग पर अडिग हैं।

आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि 26 जनवरी को लालकिले पर हुई घटना में इनके लोग नहीं थे, बल्कि बाहर से आए लोग थे जो घटना को अंजाम देने के बाद कहां चले गए, किसी को पता नहीं है। वे बाहरी लोग किसानों को बदनाम करने के लिए आए थे और पहले से इसकी साजिश रची गई थी।

लोहे की छड़ें लगाई ...

प्रदर्शनकारी दिल्ली में न घुस पाएं, इसके लिए पुलिस कई जतन कर रही है। सिंघु, टीकरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग की जा रही है। दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाले सिंघु में 4 लेयर की बैरिकेडिंग के साथ सीमेंट के अवरोधकों के बीच लोहे की छड़ें लगाई जा रही हैं।

टीकरी पर पहले 4 फीट मोटी सीमेंट की दीवार बनाकर 4 लेयर में बैरिकेडिंग की गई, अब सड़क खोदकर उसमें नुकीले सरिया लगा दिए गए हैं। मार्ग पर रोड रोलर भी खड़े किए गए हैं। ट्रैक्टर पर सवार किसान अगर नुकीले सरिया पार कर दिल्ली में घुसने की कोशिश करेंगे, तो कीलों की वजह से गाड़ी पंक्चर हो जाएगी।

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