स्कूल बस पर करणी सेना का हमला, गुरुग्राम के कई स्कूल बंद

स्कूल बस पर करणी सेना का हमला, गुरुग्राम के कई स्कूल बंद

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-25 03:16 GMT
स्कूल बस पर करणी सेना का हमला, गुरुग्राम के कई स्कूल बंद

डिजिटल डेस्क, गुरुग्राम। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत गुरुवार को देशभर में रिलीज हो रही है, लेकिन इस फिल्म के प्रदर्शन की रोक की मांग को लेकर अब करणी कायराना हरकतों पर उतर आई है। करणी सेना बच्चों को निशाना बनाने से भी पीछे नहीं हट रही है। बुधवार को गुरुग्राम के जीडी गोयनका स्कूल की बस पर करणी सेना के गुंडों ने हमला कर दिया। इस हमले का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमे बच्चे और टीचर डरे सहमे नजर आ रहे हैं। ऐसे में सवाल यही है कि आखिर ये करणी सेना का कैसा विरोध है जो छोटे-छेटे बच्चों को अपना निशाना बना रहा है। आखिर किसकी शह पर करणी सेना  गुंडागर्दी कर रही है? पुलिस कब इन गुंडों पर कार्रवाई करेगी? इस मामले में पुलिस ने 18 लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं इस मामले पर राजनीतिक गलियारे से भी तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

 

 

 

डरे सहमे बस में दुबके रहे बच्चे

इतिहास से छेड़छाड़ और लोगों की भावनाएं आहत होने की दलील को लेकर करणी सेना अब तक अपना विरोध प्रदर्शन कर रही थी, लेकिन करणी सेना के स्कूल बस को निशाना बनाने के बाद करनी सेना पर सवालियां निशान लग गए है। बुधवार को करणी सेना के करीब 60 गुंडों ने गुरुग्राम के जीडी गोयनका स्कूल की बस को अपनी निशाना बनाया। ये स्कूल बस बच्चों को स्कूल से घर छोड़ने जा रही थी। तभी बीच रास्ते में  प्रदर्शनकारियों ने लाठियों से बस पर हमला करते हुए ड्राइवर से गाड़ी रोकने को कहा। ड्राइवर ने जब ध्यान नहीं दिया तो असामाजिक तत्वों ने पथराव किया। स्कूली बस के कर्मचारियों और टीचरों ने बच्चों को सुरक्षा के लिए सीट के भीतर छिप जाने और ड्राइवर से बस नहीं रोकने को कहा। इसके बाद स्कूल बस को रोक कर लाठियों से लैस करणी सेना के कायरों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। डरे सहमे बच्चे अपने आप को करणी सेना से बचाने के लिए बस मे दुबककर बैठे रहे। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमे बच्चों की दहशत को साफ तौर पर देखा जा सकता है।

 


एतियातन बंद किए गए स्कूल

जीडी गोयनका स्कूल बस के ड्राइवर परवेश कुमार ने बताया कि करणी सेना के कार्यकर्ता अचानक ही बस पर पथराव करने लगे। उस समय बस में दूसरी से लेकर 12वीं तक के करीब 20-25 बच्चे मौजूद थे। हालांकि इस घटना में किसी बच्चे को चोट नहीं आई है। इसके बाद जब मौके पर पुलिस पहुंची तो प्रदर्शनकारी भाग निकले। बस में मौजूद स्कूल की एक शिक्षिका ने बताया कि जब प्रदर्शनकारी बस पर पत्थर फेंक रहे थे उस समय सभी बच्चों को बस के अंदर फर्श पर बिठा दिया गया था।करणी सेना के इस हमले के बाद एतियात के तौर पर गुरुग्राम के जीडी गोयनका स्कूल, पाथवेज स्कूल, शिव नादर स्कूल, और दिल्ली पब्लिक स्कूल ने रविवार तक स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है। 

 

 

रात भर सो नहीं पाया

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए उपद्रवियों को कठोर से कठोर सजा देने की मांग की है। केजरीवाल ने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, "मैंने सोशल मीडिया पर इस हमले का विडियो देखा है। इसे देखने के बाद मैं पूरी रात सो नहीं पाया। गणतंत्र दिवस के पहले वाली शाम देश की राजधानी से कुछ किलोमीटर दूर इस तरह की घटना हम सबके लिए डूब मरने वाली बात है। बच्चों पर पत्थर से हमला किया गया। किसी को कोई भी तकलीफ हो, लेकिन हमारे बच्चों पर हाथ नहीं उठा सकते हैं। हमारा देश भगवान राम, कृष्ण, बुद्ध और महावीर की धरती है।" उन्होंने कहा कि वह खुद भगवान राम के भक्त हैं। केजरीवाल ने पूछा कि क्या कभी भगवान राम ने कहा था कि मामूस बच्चों पर पत्थर चलाने चाहिए। कृष्ण, बुद्ध या महावीर ने कभी ऐसी शिक्षा दी थी कि मामूसों को निशाना बनाया जााए। भारत प्यार और मोहब्बत वाला देश है। उन्होंने कहा, "आज अगर राम होते तो ऐसे लोगों को क्या सजा देते, मुझे लगता है कि जो सजा राम ने रावण को दी थी उससे भी कठोर सजा इन उपद्रवियों को मिलती। बच्चे किसी धर्म या जाति के नहीं थे। 

 

 

राहुल गांधी ने की निंदा

इस घटना के बाद कांग्रेस राहुल गांधी ने ट्वीट कर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा "बच्चों के खिलाफ हिंसा को किसी भी तरीके से जायज नहीं ठहराया जा सकता है। हिंसा और नफरत कमजोरों का हथियार है। भाजपा नफरत और हिंसा का उपयोग कर देश में आग लगा रही है।

 

 

18 लोग हिरासत में

गुड़गांव पुलिस ने हिंसा फैलाने वाले 18 लोगों को हिरासत में लिया है। इन लोगों को पकड़ने के लिए 6 से ज्यादा टीमें बनाई गई थी। आज कोर्ट में इन 18 लोगों को पेश किया जाएगा।  ये घटना कही न कही पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है। क्योंकि करणी सेना के उत्पात की जानकारी पुलिस को पहले से ही थी। ऐसे में करणी सेना के 50-60 गुंडे, लाठियां लेकर कैसे इस हमले को अंजाम दे पाए। क्यों पुलिस करणी सेना पर कार्रवाई नहीं कर रही है? 

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