गोरखपुर त्रासदीः दुनिया के सामने बनकर आया 'मसीहा', योगी सरकार ने किया बर्खास्त

गोरखपुर त्रासदीः दुनिया के सामने बनकर आया 'मसीहा', योगी सरकार ने किया बर्खास्त

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-14 02:48 GMT
गोरखपुर त्रासदीः दुनिया के सामने बनकर आया 'मसीहा', योगी सरकार ने किया बर्खास्त

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। गोरखपुर के बाबा राघव दास (BRD) अस्पताल के डॉ. कफील खान को योगी सरकार ने बर्खास्त कर दिया है। ये वही डॉ. कफील हैं जो बच्चों की मौत के बाद फरिश्ता बनकर देश के सामने आए।। डॉ. कफील ने ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए खुद तीन ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पताल को मुहैया कराए थे। अपने नेक काम के लिए कफील की सोशल मीडिया पर खूब तारीफ भी मिली, लेकिन सरकार को लगता है कि कफील ने अपनी जिम्मेदारी ठीक तरीके से नहीं निभाई। निजी प्रैक्टिस के आरोप में योगी सरकार ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है। 

इस वजह से की गई कार्रवाई

डॉक्टर कफील पर कार्रवाई इसलिए की गई है क्योंकि वो सरकारी डॉक्टर रहते हुए प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे थे, जबकि वो नौकरी ज्वाइन करते वक्त प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं करने का हलफनामा दे चुके थे।  कफील अहमद की पत्नी डॉक्टर शबिस्ता खान गोरखपुर में एक अस्पताल चलाती हैं। आरोप है कि डॉ. कफील सरकारी अस्पताल की नौकरी करते हुए भी अपनी पत्नी के अस्पताल से पूरी तरह जुड़े रहे और वहां प्रैक्टिस करते रहे।

भूपेन्‍द्र शर्मा नए नोडल अफसर नियुक्‍त

रविवार को सीएम आदित्यनाथ योगी के BRD अस्पताल दौरे के बाद डॉ कफील को पीडियाट्रिक्‍स विभाग के नोडल अफसर पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह डॉ. भूपेन्‍द्र शर्मा को पीडियाट्रिक्‍स विभाग का नया नोडल अफसर नियुक्‍त किया गया है। इसके पहले कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजीव मिश्र को लापरवाही के आरोप में निलंबित किया जा चुका है।

कफील ने अपने दोस्तों से लिए थे ऑक्सीजन सिलेंडर

गोरखपुर के BRD अस्पताल में 6 दिन में 63 बच्चों की मौत हो गई । मौत की वजह थी अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर ना होना। जैसे ही इन्सेफेलाइटिस वार्ड के इंचार्ज डॉ कफील को मिली, वो अपने जान-पहचान के डॉक्टरों के पास पहुंचे और ऑक्सीजन के तीन सिलेंडर अपनी गाड़ी में लेकर शुक्रवार की रात तीन बजे सीधे BRD अस्पताल पहुंचे। इन तीन सिलेंडरों से बालरोग विभाग में सिर्फ 15 मिनट ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकी। रातभर किसी तरह से काम चल पाया, लेकिन सुबह सात बजे ऑक्सीजन खत्म होते ही एक बार फिर हालात खराब हो गए। लेकिन उस वक्त डॉ कफील ने खुद स्थिति को संभालने की भरपूर कोशिश की। कई अफसरों से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनकी किसी भी अफसर से बात नहीं हो पाई। तब वोअ पने डॉक्टर मित्रों के पास मदद के लिए पहुंचे और करीब एक दर्जन ऑक्सीजन सिलेंडर का बंदोबस्त किया। इतना ही नहीं कफील ने अपने कर्मचारी को अपना ATM कार्ड दिया और पैसे निकालकर ऑक्सीजन सिलेंडर लाने को भी कहा। वो हर समय बस मरीजों को लेकर परेशान रहे। वहां मौजूद लोगों ने डॉक्टर के कोशिशों की काफी प्रशंसा की।

बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी के चलते नहीं हुई : योगी

हालांकि जब सीएम योगी अस्पताल का दौरा करने वहां पहुंचे और दोषियों पर कार्रवाई करते हुए उस वक्त ड्यूटी पर तैनात सभी डॉक्टर्स को बर्खास्त कर दिया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा के साथ BRD अस्पताल पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि वो सरकार की ओर से तैयार जांच समिति की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। अस्पताल के दौरे के बाद योगी ने दावा किया कि सरकार की ओर से इस मामले में कोई लापरवाही नहीं हुई है और बच्चों की मौत ऑक्सिजन की कमी के चलते नहीं हुई हैं।  साथ ही उन्होंने कहा कि अगर इसमें अस्पताल की तरफ से किसी लापरवाही की बात पता चलती है तो उनकी सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी। 

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