देश में कोरोना के हालातों पर बोले राहुल, सरकार को चेतावनी दी लेकिन मेरा मजाक उड़ाया

देश में कोरोना के हालातों पर बोले राहुल, सरकार को चेतावनी दी लेकिन मेरा मजाक उड़ाया

Bhaskar Hindi
Update: 2021-05-02 04:45 GMT
देश में कोरोना के हालातों पर बोले राहुल, सरकार को चेतावनी दी लेकिन मेरा मजाक उड़ाया
हाईलाइट
  • भारत में कोरोना के प्रकोप सारी दुनिया को हिला कर रख दिया
  • राहुल गांधी ने कहा- देश में कोरोना का कहर के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार
  • वैज्ञानिकों ने सरकार को चेताया
  • लेकिन उसे नजरअंदाज किया गया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर से मचे कहर के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में राहुल ने कहा, भारत में जिस तरह से कोरोना ने अपना प्रकोप दिखाया है, उसने सारी दुनिया को हिला कर रख दिया है। देश में हर जगह लाइन लगी हुई है। कहीं ऑक्सीजन के लिए, कहीं दवाइयों के लिए तो कहीं बेड के लिए। यहां तक कि श्मशान के बाहर भी लाइन लगी है। राहुल ने कहा महामारी को लेकर जो भी पहले चेतावनी जारी की गई, सरकार ने उसे नजरअंदाज कर दिया।
 
भारत की हालत देखकर पूरी दुनिया हिल गई
राहुल ने कहा, कोरोना से निपटने के लिए हमारे पास हर चीज की कमी है। राजधानी के सबसे अच्छे अस्पताल भी तेजी से भर रहे हैं। देश के डॉक्टर ऑक्सीजन की डिमांड कर रहे हैं। ऑक्सीजन के लिए अदालतों में याचिकाएं दायर हो रही हैं। हमारे हेल्थकेयर वर्कर्स अपनी आंखों के सामने मरीजों को दम तोड़ते देख रहे हैं. वो लोगों की जान बचाने में असमर्थ हैं। अब भारत कोरोना वायरस का एपिसेंटर बन गया है। भारत की हालत देखकर पूरी दुनिया हिल गई है।

वैज्ञानिकों ने सरकार को चेताया, लेकिन उसे नजरअंदाज किया गया
राहुल ने कहा, ऐसा नहीं होना चाहिए था। कई बार चेतावनी दी गईं। वैज्ञानिकों ने कई बार सरकार को चेताया, लेकिन सरकार ने उसे नजरअंदाज कर दिया। हमें और बेहतर तैयारी करनी चाहिए थी और हम ऐसा कर सकते थे। अब, सरकार कहां है? इस सब से वो पूरी तरह गायब है। वो प्रधानमंत्री की छवि बचाने में और दूसरों पर दोष मढ़ने पर लगी है। आजकल एक नया शब्द चर्चा में है कि सिस्टम फेल हो गया। ये सिस्टम कौन है? सिस्टम कौन चलाता है? ये सिर्फ जिम्मेदारियों से भागने की एक चाल है।

सरकार को चेतावनी दी लेकिन मेरा मजाक उड़ाया
राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री एक मशीनरी चला रहे हैं, जो उनको ब्रांड के रूप में स्थापित करने का काम कर रही है। फैक्ट ये है कि महामारी की गंभीरता को समझने और बार-बार चेतावनी देने के बावजूद सरकार शुरू से ही इससे निपटने में नाकाम रही। 2020 में इस महामारी के शुरू होने के बाद से मैं सरकार को बार-बार चेतावनी देने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उन्होंने मेरा मजाक उड़ाया। पिछले साल फरवरी-मार्च में एयरपोर्ट के जरिए वायरस हमारे देश में आया और फिर बिना किसी सलाह के सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया। इससे प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया।

सरकार ने सुपर स्प्रेडर इवेंट को बढ़ावा दिया
राहुल गांधी ने कहा, सरकार ने वैज्ञानिकों की चेतावनी को नजरअंदाज किया और चुनाव में बिजी रहे। उन्होंने सुपर स्प्रेडर इवेंट को बढ़ावा दिया। पिछले कई महीनों से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सार्वजनिक जगहों पर मास्क भी नहीं पहने दिखे। उन्होंने कहा, सबसे बड़ी बात ये कि हम दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन प्रोड्यूसर हैं। हम दुनिया के लिए वैक्सीन बना रहे हैं, लेकिन हमारे यहां ही उसकी कमी है। हमारे लोगों को पहले वैक्सीन क्यों नहीं लगाई गई?

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