स्वास्थ्य मंत्रालय: होम आइसोलेशन के लिए नई गाइडलाइन, 17 दिन बाद खत्म कर सकेंगे आइसोलेशन, ये है शर्त

स्वास्थ्य मंत्रालय: होम आइसोलेशन के लिए नई गाइडलाइन, 17 दिन बाद खत्म कर सकेंगे आइसोलेशन, ये है शर्त

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-11 09:53 GMT
स्वास्थ्य मंत्रालय: होम आइसोलेशन के लिए नई गाइडलाइन, 17 दिन बाद खत्म कर सकेंगे आइसोलेशन, ये है शर्त

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में तेजी से बढ़ रहे कोविड-19 के मरीजों की संख्या को देखते हुए सरकार ने होम आइसोलेशन की गाइडलाइन में कुछ बदलाव किए हैं। कोरोना के हल्के (वेरी माइल्ड) लक्षण वाले या प्री-सिम्प्टोमैटिक मरीजों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सोमवार को जारी किए गए संशोधित दिशा-निर्देश के मुताबिक, अब होम आइसोलेशन वाले मरीज शुरुआती लक्षण दिखने के 17 दिन बाद आइसोलेशन खत्म कर सकेंगे। प्री-सिम्पटोमैटिक के मामले में सैंपलिंग के दिन से 17 दिन गिने जाएंगे। दोनों मामलों में शर्त यह होगी कि, 10 दिन से बुखार नहीं आया हो। आइसोलेशन खत्म होने के बाद कोरोना टेस्ट करवाना भी जरूरी नहीं होगा।

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बता दें कि, इससे पहले 27 अप्रैल को स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी कर, बहुत कम या प्री-सिम्प्टोमैटिक मरीजों को होम आइसोलेशन की पर जाने की छूट दी थी। अब होम आइसोलेशन वाले मरीजों और उनकी देखभाल करने वालों के लिए नए निर्देश जारी किए गए हैं। दोनों को ट्रिपल लेयर मास्क पहनना जरूरी कर दिया गया है।

मरीजों के लिए नए दिशा-निर्देश में कहा गया है...

  • घर में मरीज को अलग कमरे में रखना होगा और सभी की एंट्री बंद होगी। 
     
  • साबुन-पानी या अल्कोहॉल वाले सैनिटाइजर से 20 की जगह अब 40 सेकेंड तक हाथ धोना होगा। 
     
  • ट्रिपल लेयर मास्क पहनना होगा और हर 8 घंटे में इसे बदलना भी पड़ेगा। अगर मास्क गंदा या गीला हो जाता है तो तुरंत बदलना पड़ेगा।
     
  • इस्तेमाल किए जा चुके मास्क को डिस्कार्ड करने से पहले 1% सोडियम हाइपो-क्लोराइट से संक्रमण रहित करना होगा।
  • मरीज को ज्यादा से ज्यादा आराम करना होगा। पानी या तरल पदार्थों का ज्यादा सेवन जरूरी।

  • सांस की स्थिति पर नजर रखने के लिए दिए गए निर्देश मानने पड़ेंगे।

  • मरीज को डॉक्टर के निर्देश और दवाओं से जुड़ी सलाह माननी होगी।

  • पर्सनल चीजें परिवार के अन्य सदस्यों के साथ शेयर न करें।

  • कमरे में जिन सतहों को बार-बार छूना पड़ता है, जैसे- दरवाजों के कुंडी, हैंडल, टेबलटॉप उन्हें 1% हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन से साफ करें।

  • मरीज अपने स्वास्थ्य की स्थिति को खुद मॉनिटर करेगा। हर दिन शरीर के तापमान की जांच करेगा। स्थिति बिगड़ने के लक्षण दिखने पर तुरंत बताना होगा।


मरीजों की देखभाल करने वालों के लिए ये हैं नए दिशा-निर्देश...

  • मरीज के कमरे में जाते समय ट्रिपल लेयर वाला मास्क पहनना जरूरी होगा।
  • मरीज के शरीर से निकले फ्लुइड के सीधे संपर्क में आने से बचें। मरीज को संभालते समय दस्ताने पहनें और इन्हें उतारने से पहले हाथों को अच्छी तरह से साफ करें। 
  • मरीज के तौलिए, चादर, बर्तन, पानी के संपर्क में आने से बचें। उसके साथ सिगरेट भी शेयर न करें।
  • मरीज को उसी के कमरे में खाना दें।
  • दस्तानें पहनकर साबुन या डिटर्जेंट से मरीज के बर्तन धोएं।
  • मरीज के कमरे की सफाई, कपड़ों या चादर को धोते समय ट्रिपल लेयर वाला मास्क लगाएं और डिस्पोजेबल दस्तानें पहनें।
  • ध्यान रखें कि मरीज समय-समय पर अपनी दवा जरूर ले।
  • मरीज की देखभाल करने वाला व्यक्ति अपने स्वास्थ्य की भी निगरानी करे। हर दिन अपने शरीर के तापमान को जांचे। कोरोना के लक्षण दिखने पर तुरंत स्वास्थ्यकर्मी से संपर्क करें।
  • मरीज की देखभाल करने वाला व्यक्ति अपने हाथ धोए बिना अपने चेहरे, नाक या मुंह को न छुए।

  • मरीज या उसके कमरे के संपर्क में आने के बाद हाथों को धोएं।

  • खाना बनाने से पहले या बाद में, खाना खाने से पहले, शौचालय जाने के बाद और जब भी हाथ गंदे लगें उन्हें 40 सेकेंड तक धोएं। अगर धूल नहीं लगी है तो अल्कोहोल वाला सैनिटाइजर यूज कर सकते हैं।

  • साबुन-पानी से हाथ धोने के बाद उन्हें डिस्पोजेबल पेपर नैपकिन से पोंछे। पेपर नैपकिन न होने पर साफ तौलिए से हाथ पोंछे। 

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