चेन्नई में बारिश का कहर, 8 की मौत, 12 हजार IT कंपनियां बंद

चेन्नई में बारिश का कहर, 8 की मौत, 12 हजार IT कंपनियां बंद

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-04 04:57 GMT
चेन्नई में बारिश का कहर, 8 की मौत, 12 हजार IT कंपनियां बंद

डिजिटल डेस्क,चैन्नई। मौसम विभाग की दूसरी चेतावनी के बाद तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में बारिश का कहर दिखने लगा है। चेन्नई और उसके आसपास के तटीय जिलों में बाढ़ से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है और अब तक 8 लोगों की जान जा चुकी है। गौरतलब है कि मौसम विभाग ने बारिश को लेकर पहली चेतावनी 30 अक्टूबर और दूसरी चेतावनी 3 नंवबर को दी थी। चेतावनी के बाद से की राज्य सरकार ने स्कूल,कॉलेज और IT कंपनीज को बंद रखने के निर्देश दिए थे। निर्देश के बाद स्कूल-कॉलेज के साथ ही 20 हजार से ज्यादा कंपनियों के दफ्तरों में छुट्टी कर दी गई है। सरकार ने प्राइवेट कंपनियों से अपने कर्मचारियों को घर से काम करने का ऑप्शन देने को कहा है। बता दें चेन्नई में गुरुवार और शुक्रवार के बीच 24 घंटे में 18.3 सेमी बारिश हुई। 9 नवंबर 2015 को 48.3 सेमी बारिश हुई थी। चेन्नई में नवंबर महीने की 70% बारिश 3 दिन में हुई है।

ट्रैफिक,ट्रेन और पावर कट से परेशान लोग

शुक्रवार शाम होते-होते भारी बारिश से चेन्नई के मयलापुर, फोरशोर एस्टेट और तांब्रम, क्रोमपेट और पल्लवरम के दक्षिणी उपनगरों को बुरी तरह प्रभावित है। बारिश से कई इलाकों में पानी भर गया हैं। मशहूर मरीना बीच में भी सर्विस लेन तक पानी भर चुका है।  मरीना बीच इलाके में सबसे ज्यादा 30 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं बरिश की वजह से पावर कट कर दिया गया है, जिससे वजह से कई हिस्सों में अंधेरा छाया रहा। वॉटर लॉगिंग की वजह से थिरुवरुर इलाके के पास मनल अगाराम में एक किसान बिजली के तारों के चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। किसान की मौत के बाद मरने वालों की संख्या 8 हो चुकी है। 

भारी बारिश में तब्दील हो गई थी। इस वजह से बस, टैक्सी, ऑटो और उपनगरीय रेल सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई। जगह-जगह पानी भर जाने के कारण ट्रैफिक पर असर पड़ा है।  सिग्नलों में खराबी आने की वजह से गुरुवार रात 9.30 बजे से शुक्रवार तड़के 3.20 बजे तक रेल सेवा भी बाधित रही। अधिकारियों ने बताया कि शहर के एयरपोर्ट से उड़ानों का आवागमन सामान्य बना हुआ है।

अन्ना यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास ने अपनी सेमेस्टर परीक्षाओं को स्थगित करने की घोषणा की है। समुद्र में कई-कई फीट ऊंची लहरें उठने की वजह से दस हजार से ज्यादा मछुआरे शुक्रवार को पांचवे दिन भी समुद्र में नहीं जा सके।

हालत को काबू करने के लिए सरकार ने बनाया प्लान

-दूसरी चेतावनी के बाद सीएम इ पलानीस्‍वामी सरकार ने कहा कि तटीय जिलों में 115 राहत शिविर तैयार कर दिए गए हैं। 
-राहत और बचाव कार्यों के साथ तालमेल बैठाने के लिए प्रत्‍येक जिले में स्‍थानीय मंत्रियों और तीन सीनियर ब्‍यूरोक्रेट्स को तैनात कर दिया गया है। 
-चेन्‍नई और अन्‍य तटीय शहरों में मंगलवार से ही स्‍कूलों को बंद रखा गया है। 
-2015 में भारी बारिश की वजह से चेन्नई में काफी दिक्कत हुई थी। उस वक्त चेन्‍नई में भयंकर बाढ़ आई थी, जिसमें 150 लोगों की मौत हो गई।

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