बयान से पलटे आलोक कुमार, कहा- कांग्रेस को समर्थन की बात का गलत अर्थ निकाला

बयान से पलटे आलोक कुमार, कहा- कांग्रेस को समर्थन की बात का गलत अर्थ निकाला

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-20 05:05 GMT
बयान से पलटे आलोक कुमार, कहा- कांग्रेस को समर्थन की बात का गलत अर्थ निकाला
हाईलाइट
  • अपने घोषणा पत्र में राम मंदिर मुद्दे को शामिल करे कांग्रेस तो समर्थन पर विचार- अलोक कुमार
  • राम मंदिर पर VHP नेता अलोक कुमार ने दिया बड़ा बयान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद् के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार अपने बयान से पलट गए हैं। राममंदिर पर दिए अपने बयान के बाद आलोक कुमार ने कहा, मेरे कथन का गलत अर्थ निकाला गया है। "उन्होंने कहा, "कांग्रेस का बदलना और उसे समर्थन देना एक हाइपोथेटिकल सवाल है। अगर कांग्रेस अपने मेनिफेस्टो में राम मंदिर को शामिल करती है तो स्वागत है, लेकिन उसे समर्थन देने का सवाल नहीं उठता है।" 

बता दें कि राममंदिर मुद्दे पर आलोक कुमार ने कहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में राम मंदिर का मुद्दा शामिल करती है तो समर्थन देने पर विचार किया जा सकता है। आलोक कुमार ने प्रयागराज कुंभ में एक कार्यक्रम में कहा था कि राम मंदिर के लिए जिन्होंने खुले तौर पर वादा किया है, अगर कांग्रेस घोषणा पत्र में शामिल करे कि मंदिर बनाएंगे तो कांग्रेस को समर्थन देने के बारे में भी विचार करेंगे। उसने जो प्रतिबंध लगाया है कि संघ के स्वयंसेवक कांग्रेस में नहीं जा सकते उसको वापस ले। ये केवल जनेऊ पहनने से नहीं होगा।

बता दें कि VHP की तरफ से यह बयान ऐसे समय में आया है जब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गर्माया हुआ है। आलोक कुमार ने कहा, सरकार की मजबूरियां क्या है वो तो हम नहीं जानते, लेकिन संभवत: मोदी सरकार के इस कार्यकाल में कानून आने की संभावना नहीं है। हम देश की सारी परिस्थितियों को संतों के सामने रखेंगे और पूछेंगे कि आगे क्या करना है। संत जैसा मार्गदर्शन करेंगे इस अभियान को आगे बढ़ाएंगे। मैं आपसे कहूं अभी तुरंत आम चुनाव से पहले मंदिर बने इसकी संभावना अब ज्यादा नहीं है। 

लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी राम मंदिर निर्माण को लेकर अध्यादेश लेकर आएगी, लेकिन ANI को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बात को सिरे नकारते हुए कहा, बीजेपी राम मंदिर को लेकर अभी कोई अध्यादेश नहीं लाने वाली है। इसके बाद से RSS और VHP की ओर से लगातार बयानबाजी की जाने लगी। 

हालांकि नए साल के पहले सप्ताह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राम मंदिर के निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अयोध्या राम मंदिर का मसला अभी कोर्ट में है। साथ ही उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में नौकरी और किसानों से जुड़े मुद्दे पर अहम होंगे। हाल ही में संघ के सरकार्य वाहक भैयाजी जोशी ने राम मंदिर को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि मंदिर का निर्माण 2025 तक होगा। 

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