मराठा आरक्षण की फाइल मेरे पास आती तो तुरंत फैसला कर देती : पंकजा मुंडे
मराठा आरक्षण की फाइल मेरे पास आती तो तुरंत फैसला कर देती : पंकजा मुंडे
- मुंडे ने कहा तुरंत कर देती मराठा आरक्षण पर फैसला
- राज ठाकरे ने किया आर्थिक आधार पर आरक्षण का समर्थन
- शिवसेना के निशाने पर सरकार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। फडणवीस कैबिनेट में मंत्री पंकजा मुंडे ने एक बयान में कहा कि अगर मराठा आंदोलन की फाइल उनके पास आती तो वह तुरंत मंजूरी दे देतीं। पंकजा मुंडे के इस बयान के बाद से शिवसेना BJP पर यह कहते हुए निशाना साध रही है कि पंकजा मुंडे को एक घंटे के लिए सीएम बना दें। हालांकि अनिल कपूर की नायक मूवी की याद दिलाने वाला शिवसेना का यह तंज व्यवहारिक राजनीति में संभव नहीं है।
सर्वसम्मति से 1 घंटे के लिए मुख्यमंत्री बना दिया जाए
पंकजा मुंडे के इस बयान के बाद BJP से खफा चल रही शिवसेना को सत्तारुढ़ बीजेपी पर हमला बोलने का एक और अवसर मिल गया है। शिवसेना ने बिना देर किए यह सुझाव भी दे दिया कि महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पंकजा मुंडे को सर्वसम्मति से 1 घंटे के लिए मुख्यमंत्री बना दिया जाए ताकि मराठा आरक्षण की फाइल को मंजूरी दी जा सके। पंकजा मुंडे महाराष्ट्र सरकार में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री हैं। शिवसेना ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मुंडे एक घंटे के लिए मुख्यमंत्री बनती हैं तो कोई बाधा नहीं आएगी। वह पलक झपकते ही फाइल पर हस्ताक्षर कर देंगी और इसके बाद मराठा आरक्षण का मुद्दा शांत हो सकता है।
आर्थिक आधार पर हो आरक्षण- राज ठाकरे
वहीं महाराष्ट्र के दिग्गज नेता राज ठाकरे ने आर्थिक आधार पर आरक्षण का समर्थन किया है। नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे ने कहा कि आरक्षण जाति आधारित नहीं होना चाहिए, बल्कि आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाना चाहिए। राज ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन करते थे। अब सत्ता में आए उन्हें चार साल हो गए, लेकिन अब तक आरक्षण नहीं दिया। आज की सरकार हो या पिछली सरकार दोनों जनता की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही हैं।