आफत: अब 'Nisarga Cyclone' ने दी दस्तक, महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में रेड अलर्ट, NDRF की 23 टीमें तैनात

आफत: अब 'Nisarga Cyclone' ने दी दस्तक, महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में रेड अलर्ट, NDRF की 23 टीमें तैनात

Bhaskar Hindi
Update: 2020-06-01 17:05 GMT
आफत: अब 'Nisarga Cyclone' ने दी दस्तक, महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में रेड अलर्ट, NDRF की 23 टीमें तैनात

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में "अफ्फान" तूफान के बाद अब "निसर्ग" तूफान ने दस्तक दी है। यह चक्रवाती तूफान अरब सागर में बना है। इसे देखते हुए महाराष्ट्र और गुजरात के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। इसके यहां 2 जून को टकराने की संभावना है। Nisarga Cyclone के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने गुजरात में 11 टीमें, महाराष्ट्र में 10 टीमें, दमन और दीव और दादरा और नगर हवेली में 1-1 टीमें तैनात की हैं। वहीं केंद्रीय गृमंत्री अमित शाह ने तूफान से निपटने की तैयारियों और स्थिति का जायजा लेने के लिए यहां सोमवार को एक बैठक की।

महाराष्ट्र और गुजरात में यलो अलर्ट जारी
IMD ने सोमवार को उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तट के लिए एक येलो चेतावनी जारी की। IMD ने आगाह किया कि चक्रवाती तूफान निसर्ग मुंबई सहित महाराष्ट्र के तटीय जिलों को गुजरात और अन्य पड़ोसी राज्यों से अधिक प्रभावित करेगा। IMD ने कहा कि अरब सागर में डिप्रेशन तीव्र होकर एक गंभीर चक्रवाती तूफान निसर्ग में परिवर्तित होने वाला है और 3 जून को रायगढ़ जिले में हरिहरेश्वर और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और गुजरात तटों को पार करेगा।

अरब सागर से आने वाले चक्रवाती तूफान निसर्ग से​ निपटने के लिए महाराष्ट्र में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल NDRF की 9 टीमें तैनात हैं। इनमें से मुंबई में 3, पालघर में 2, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में NDRF टीमें तैनात हैं।

 

 

आईएमडी ने बताया है कि कम दबाव वाला क्षेत्र आज सुबह में और कम हो गया। इस चक्रवाती तूफान के तीन जून की शाम या रात के दौरान उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तट से टकराने की उम्मीद है। 

 

 

4 जून तक मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह
विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा कि चक्रवात के दक्षिण पूर्वी और आसपास के पूर्वी मध्य अरब सागर तथा लक्षद्वीप क्षेत्र के ऊपर कम दबाव के रूप में मजबूत होने की संभावना है और फिर यह अगले 24 घंटों में और अधिक मजबूत होकर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। इस चक्रवाती तूफान के तीन जून की शाम या रात के दौरान उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तट से टकराने की उम्मीद है। विभाग ने चार जून तक एहतियातन मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि जो मछुआरे अभी अरब सागर में गए हैं, वे तुरंत वापस तटों पर लौटें। 

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