कैश संकट से निपटने IT विभाग ने की कई राज्यों में छापेमारी

कैश संकट से निपटने IT विभाग ने की कई राज्यों में छापेमारी

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-19 06:55 GMT
कैश संकट से निपटने IT विभाग ने की कई राज्यों में छापेमारी

डिजिटल डेस्क, तेलंगाना। देश के कई राज्यों में कैश को लेकर संकट अब भी बना हुआ है। जिससे निपटने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। सरकार कई मोर्चों पर एक साथ काम कर रही है। इसी कड़ी में जमाखोरों को पकड़ने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में 30-35 जगहों पर छापेमारी की है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बड़े कॉन्ट्रैक्टर्स की भूमिका इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के जांच के दायरे में हैं। इसके अलावा एटीएम से ज्यादा कैश निकालने वाले लोगों पर भी नजर रखी गई है। 


रिजर्व बैंक ने बढ़ाई नकदी की सप्लाई

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट लगातार जमाखोरों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रहा है। हालांकि, अब तक हुई छापेमारियों में विभाग के हाथ उतना कैश नहीं आया है। बताया जा रहा है कि सरकार आने वाले दिनों में ऑपरेशन को तेज करेगी। एक ओर भारतीय रिजर्व बैंक नकदी की सप्लाई कर रही है तो वहीं दूसरी ओर आयकर विभाग नकदी की जमाखोरी करने वाले लोगों के यहां छापेमारी कर रहा है। आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में 30-35 जगह छापेमारी की गई है। बिहार में एटीएम के जरिए 800-900 करोड़ रुपए डाले गए हैं। 


आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में ज्यादा दिक्कत


बता दें कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में दिक्कत ज्यादा है। शुरुआती जांच में यह बात निकल कर सामने आई है कि दक्षिणी राज्यों से कॉन्ट्रैक्टर्स चेक जारी कर प्रोजेक्ट पर खर्च के नाम पर बड़ी तादाद में कैश निकाल रहे हैं। सरकारी एजेंसियों को आशंका है कि बड़ी तादाद में कैश का निकाला जाना कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर हुआ है। ब्लैक मनी कारोबारियों ने 2,000 रुपए के नोटों की जमाखोरी कर रखी है।  
 

को-ऑपरेटिव बैंक पर ज्यादा असर

कैश संकट बढ़ने के बाद आरबीआई ने कैश सप्लाई बढ़ा दिया है, वहीं अधिकारी दावा भी कर रहे हैं कि एटीएम अब सामान्य ढंग से काम करने लगे हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, गुजरात समेत कई राज्यों में बैंकों और एटीएम में कैश नहीं है। इसका सबसे ज्यादा असर को-ऑपरेटिव बैंक और ग्रामीण क्षेत्रों में पड़ रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि कैश की किल्लत होने के पीछे कई कारण हैं।

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