ओमिक्रॉन प्रकोप के बीच भारत में 15-18 साल के किशोरों का टीकाकरण शुरू

केंद्र ने दिए आदेश ओमिक्रॉन प्रकोप के बीच भारत में 15-18 साल के किशोरों का टीकाकरण शुरू

IANS News
Update: 2022-01-03 17:30 GMT
ओमिक्रॉन प्रकोप के बीच भारत में 15-18 साल के किशोरों का टीकाकरण शुरू
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डिजिटल डेसेक,नई दिल्ली। ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र ने सोमवार को 15-18 साल के बच्चों के लिए कोविड टीकाकरण शुरू किया। 4.5 लाख से अधिक किशोरों ने अब तक संक्रामक बीमारी के खिलाफ अपना पहली खुराक प्राप्त कर ली है।

पिछले हफ्ते, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि 15-18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए कोविड-19 टीकाकरण 3 जनवरी से शुरू किया जाएगा। आधिकारिक अनुमानों के अनुसार, इस आयु वर्ग में लगभग 10 करोड़ बच्चे हैं।

1 जनवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोगों से अपने परिवारों में पात्र बच्चों को पंजीकृत करने का अनुरोध किया था।

मंडाविया ने ट्वीट करते हुए कहा था कि 15 वर्ष से 18 वर्ष की आयु के किशोरों के कोविड-19 रोधी टीकाकरण के लिए कोविन पोर्टल पर पंजीकरण नए साल के अवसर पर आज (शनिवार) से शुरू हो गया है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे टीकाकरण के लिए अपने परिवारों के पात्र किशोरों का पंजीकरण कराएं।

पिछले कुछ दिनों में 8,00,000 से अधिक बच्चों ने अपनी खुराक के लिए पंजीकरण कराया है।

दिशानिर्देशों के अनुसार, बच्चे कोविन पर मौजूदा अकाउंट के माध्यम से ऑनलाइन स्वयं पंजीकरण कर सकते हैं या एक अद्वितीय मोबाइल नंबर के माध्यम से या अपने माता-पिता के अकाउंट्स का उपयोग करके एक नया अकाउंट बनाकर भी पंजीकरण कर सकते हैं। बच्चे सत्यापनकर्ता या टीकाकरणकर्ता द्वारा ऑनसाइट पंजीकृत भी हो सकते हैं और फिर वैक्सीन की खुराक प्राप्त कर सकते हैं।

कोविड टीकाकरण के लिए पात्र 10 करोड़ बच्चों में से, 4.5 लाख से अधिक किशोरों को पहले ही अपनी पहली खुराक (शॉट) मिल चुकी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी नए दिशानिर्देशों के एक सेट के अनुसार, बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला टीका भारत बायोटेक का कोवैक्सीन है।

24 दिसंबर को, भारत के औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) ने 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए स्वदेशी रूप से विकसित कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण प्रदान किया था।

अधिकांश स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों का उपयोग टीकाकरण केंद्रों के रूप में भी किया जा रहा है।

वैक्सीन दिए के दौरान बच्चों और वयस्कों की एक ही स्थान पर भीड़ एकत्रित न हो, इसके लिए मंडाविया ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलग-अलग कोविड टीकाकरण केंद्र, अलग सत्र स्थल, अलग कतार (यदि उसी केंद्र में वयस्क टीकाकरण भी चल रहा है) बनाने की सलाह दी है।

 

आईएएनएस

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