गुजरात चुनाव : जिग्नेश को इलेक्शन कैंपेन के लिए अरुंधती रॉय से मिला था 3 लाख चंदा

गुजरात चुनाव : जिग्नेश को इलेक्शन कैंपेन के लिए अरुंधती रॉय से मिला था 3 लाख चंदा

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-01 12:48 GMT
गुजरात चुनाव : जिग्नेश को इलेक्शन कैंपेन के लिए अरुंधती रॉय से मिला था 3 लाख चंदा

डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव में दलित नेता जिग्नेशमेवाणी का साथ देने के लिए बुकर पुरस्कार विजेता लेखिका अरुंधती रॉय आगे आईं थीं। उन्होंने जिग्नेशमेवाणी को इलेक्शन कैंपेन के लिए 3 लाख रुपये का चंदा दिया था। अरुंधती से चंदा मिलने की पुष्टि खुद जिग्नेश ने खुद की थी।

एक अखबार के रिपोर्टर से बातचीत के दौरान जिग्नेश ने बताया था कि उन्हें अपने इलेक्शन कैंपेन के लिए अरुंधति रॉय से 3 लाख रुपए चंदा मिला है। उन्होंने बताया, "अरुंधति जी के अलावा फेमिनिस्ट लेखक और प्रोफेसर निवेदिता मेनन जी से भी चंदा मिला है। निवेदिता जी ने  50 हजार रुपए चंदा दिया है। मैंने क्राउड फंडिंग के तहत उनसे चंदा प्राप्त किया है। " दलित नेता ने बताया, "अब तक हमने कुल 9 लाख रुपये का चंदा इकट्ठा किया है। अब इसकी मदद से हम अपने चुनावी अभियान को मजबूती से आगे बढ़ा पाएंगे।" दलित नेता ने यह भी बताया कि उन्होंने एक सप्ताह पहले चुनाव लड़ने के लिए चंदा देने को लेकर सार्वजिनक अपील की थी। 

बता दें कि जिग्नेश अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित बनासकांठा के वडगाम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वे निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। यहां उनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी से है। वडगाम के आरक्षित सीट सेमेवाणी की उम्मीदवारी के बाद मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने यहां से अपने वर्तमान विधायक को दूसरी सीट पर शिफ्ट कर दिया है। विधायक मणीलाल वाघेला को  कांग्रेस एससी के लिए आरक्षित इडार सीट से चुनाव लड़ाने जा रही है। जिगनेश ने सिलाई मशीन को अपना चुनाव चिह्न बनाया है। 

जिग्नेश मेवाणी जुलाई, 2015 के उना कांड के बाद चर्चा में आए थे। गौहत्या के मामले में दलितों की सार्वजनिक पिटाई के बाद उन्होंने आंदोलन शुरू कर दिया था। उनकी मुहिम को गुजरात के अलावा राष्ट्रीय स्तर पर भी समर्थन मिला था।

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