कैलाश मानसरोवर यात्रा नाथुरा दर्रे के पास रुकी, चीन ने किया प्रवेश देने से इंकार

कैलाश मानसरोवर यात्रा नाथुरा दर्रे के पास रुकी, चीन ने किया प्रवेश देने से इंकार

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-24 02:49 GMT
कैलाश मानसरोवर यात्रा नाथुरा दर्रे के पास रुकी, चीन ने किया प्रवेश देने से इंकार

टीम डिजिटल, नई दिल्ली.  सिक्किम के नाथू-ला पास पहुंचे मानसरोवर यात्रा के दो जत्थों को चीन के बॉर्डर से वापस लौटा दिए जाने की खबर से राजधानी दिल्ली में ठहरे हुए तीसरे जत्थे के यात्रियों की चिंता बढ़ गई है. चीन ने बारिश और भूस्खलन की वजह से सिक्किम के नाथुला दर्रा के रास्ते कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर गए 50 भारतीय तीर्थयात्रियों को प्रवेश देने से इनकार कर दिया है. मामले की जानकारी मिलते ही भारत ने इस मुद्दे को बीजिंग के समक्ष उठाया है.

दिल्ली में मानसरोवर यात्रा के लिए जाने वाले लोगों के लिए ठहराने की व्यवस्था गुजराती समाज भवन में रहती है और यहां पर तीसरे जत्थे के तीर्थयात्री मेडिकल चेकअप के लिए आ चुके हैं. इन यात्रियों को मेडिकल चेकअप में फिटनेस मिलने के बाद 27 जून को नाथू-ला के लिए रवाना किया जाएगा.

वैसे इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि तिब्बत में मानसरोवर की यात्रा के रास्ते में लैंडस्लाइड हुई है, लिहाजा अभी यात्रा नहीं कराई जा सकती है. तीर्थयात्रियों को फिलहाल गंगटोक में रखा गया है. सिक्किम टूरिज्म इन लोगों का पूरा ख्याल रख रही है. उन्होंने ये भी जानकारी दी कि चीन के इंकार को देखते हुए दिल्ली सरकार ने विदेश मंत्रालय से इस मामले में दखल देने की गुजारिश की है, लेकिन अभी तक तीर्थ यात्रा विकास समिति के पास विदेश मंत्रालय की तरफ से कोई खास जानकारी नहीं आई है.

दिल्ली में तीर्थ यात्रा विकास समिति के चेयरमैन कमल बंसल इस बात को लेकर ज्यादा चिंतित हैं कि पहले रवाना किए गए दोनों जत्थों को चीन ने वापस लौटा दिया है. पहले जत्थे में 47 लोग हैं और दूसरे जत्थे में 44 लोग. मानसरोवर यात्रा के दोनों जत्थों को चीन ने नाथू-ला दर्रे से वापस लौटा दिया है.

 

 

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