केजरीवाल ने प्रदर्शनकारियों में शामिल होकर हाथरस की पीड़िता के लिए न्याय मांगा

केजरीवाल ने प्रदर्शनकारियों में शामिल होकर हाथरस की पीड़िता के लिए न्याय मांगा

IANS News
Update: 2020-10-02 18:00 GMT
केजरीवाल ने प्रदर्शनकारियों में शामिल होकर हाथरस की पीड़िता के लिए न्याय मांगा
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  • केजरीवाल ने प्रदर्शनकारियों में शामिल होकर हाथरस की पीड़िता के लिए न्याय मांगा

नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक युवती के साथ कथित तौर पर हुए सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में यहां जंतर-मंतर पर शुक्रवार को हुए प्रदर्शन में शामिल हुए।

केजरीवाल ने दुष्कर्म मामले में आरोपियों को सख्त से सख्त सजा सुनिश्चित करने की अपील की। उन्होंने मांग की कि कथित दोषियों को फांसी की सजा दी जाए ताकि देश में ऐसी घटना कभी न दोहराई जाए।

केजरीवाल के साथ आम आदमी पार्टी (आप) के कई वरिष्ठ नेताओं और स्वयंसेवकों ने 19 वर्षीय दलित लड़की के साथ हुए कथित सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की हालिया घटना में न्याय की मांग करते हुए भाग लिया।

घटना के दिन से पीड़िता के साथ हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने में आप नेता भी सबसे आगे रहे हैं। कई राज्यों के पार्टी नेता इस मामले की जांच की मांग कर रहे हैं।

केजरीवाल ने कहा, मैं यहां भाषण देने के लिए नहीं हूं, हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वह हमारी बेटी की आत्मा को शांति प्रदान करें।

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, उन्हें (दोषियों को) कठोरतम सजा दी जानी चाहिए, ताकि दुनिया में कोई भी इस तरह की घटना दोहराने की कोशिश न करे।

उन्होंने कहा, कुछ लोगों को लग रहा है कि दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है और पूरी घटना को कवर किया जा रहा है, जोकि गलत है। जो हुआ वह बहुत दर्दनाक है और पीड़िता के खिलाफ एक वीभत्स कार्य किया गया है, जिससे उसने अपनी जान गंवा दी है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाथरस सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता के साथ हुए व्यवहार एवं हिंदू धार्मिक रीति रिवाजों के खिलाफ रात में उसका दाह संस्कार करने के लिए उत्तरप्रदेश की भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की।

केजरीवाल ने कहा कि पीड़िता से न केवल आरोपियों ने अमानवीय व्यवहार किया बल्कि उत्तरप्रदेश की सरकार ने भी उससे गलत व्यवहार किया। केजरीवाल ने कहा, हिंदुओं में रात के समय दाह संस्कार नहीं किया जाता है, लेकिन हमारे धार्मिक रिवाजों के खिलाफ उसका अंतिम संस्कार रात में किया गया।

एकेके/जेएनएस

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