ट्रांसपोर्ट यूनियन की सबसे बड़ी हड़ताल, थम गए 95 लाख ट्रकों के पहिए

ट्रांसपोर्ट यूनियन की सबसे बड़ी हड़ताल, थम गए 95 लाख ट्रकों के पहिए

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-20 03:48 GMT
हाईलाइट
  • थम जाएंगे 95 लाख ट्रकों के पहिए।
  • देश भर में ट्रांसपोर्ट यूनियन की हड़ताल आज से।
  • मांगें पूरी न होने तक जारी रहेगी हड़ताल।

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। ट्रांसपोर्टर्स की सबसे बड़ी यूनियन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) आज से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर है। दरअसल एआईएमटीसी लंबे समय से डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के साथ केन्द्र और राज्य के करों को कम करने की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार की तरफ से अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे हैं, जिससे परेशान ट्रांसपोर्टर्स यूनियन अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। एआईएमटीसी का कहना है कि सुबह 6 बजे से शुरू हुई हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती। 

 

 

 

डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग
डीजल को जीएसटी के दायरे में लाकर केंद्रीय एवं राज्य के करों में कटौती ट्रांसपोर्टरों की मुख्य मांग है अगर ऐसा होता है तो इसका असर डीजल की कीमतों पर होगा और डीजल की कीमतों मे राहत मिल पाएगी। एआईएमटीसी ने यह भी मांग की है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हर रोज नहीं बल्कि 3 महीने में संशोधन हो, ट्रांसपोर्टर के लिए टोल बैरियर खत्म हो, थर्ड पार्टी बीमा में जीएसटी में छूट दी जाए और ट्रांसपोर्ट व्यापार पैट टीडीएस खत्म किया जाए।

 

 

 

 

पारदर्शी हो टोल राजस्व
यूनियन का कहना है कि टोल राजस्व पारदर्शी होना चाहिए, यूनियन इसके खिलाफ नहीं है पर हम इसके कलेक्शन की कार्यप्रणाली में बदलाव चाहते हैं क्योंकि इसमें बहुत सी खामियां है और गैर-पारदर्शी है। यूनियन ने यह दावा किया है कि इस हड़ताल में देश भर के 95 लाख ट्रकों का चक्का जाम रहेगा।

 

 

 

 

पहले भी हो चुकी है ऐसी हड़तालें
पेट्रोल और डीजल के बढ़े हुए दाम और कटौती में कंजूसी से नाराज ट्रक ड्राइवर्स पहले भी देशव्यापी हड़ताल कर चुके हैं लेकिन सरकार की तरफ से सिर्फ आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला जिसके चलते आज एक बार फिर ट्रांसपोर्टरों की सबसे बड़ी यूनियन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस देशव्यापी हड़ताल पर है।

 

 

 

 

 

 

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