पटरी से उतरती अर्थव्यवस्था पर अरुण जेटली ने ली बैठक, अब मोदी को देंगे प्रजेंटेशन 

पटरी से उतरती अर्थव्यवस्था पर अरुण जेटली ने ली बैठक, अब मोदी को देंगे प्रजेंटेशन 

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-19 02:50 GMT
पटरी से उतरती अर्थव्यवस्था पर अरुण जेटली ने ली बैठक, अब मोदी को देंगे प्रजेंटेशन 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था में आई गिरावट को लेकर केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक मंगलवार शाम को हुई। इसमें अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए उठाए जाने वाले जरूरी कदमों पर चर्चा हुई। बैठक में निकले निष्कर्षों के आधार पर एक प्रजेंटेशन तैयार किया जाएगा, जो पीएम मोदी के सामने पेश होगा।

पहले इस बैठक की अध्‍यक्षता मोदी करने वाले थे, लेकिन बाद में उनका कार्यक्रम टल गया। बैठक में रेल मंत्री पीयूष गोयल, वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु, मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मण्यम, वित्त मंत्रालय के सचिव अशोक लवासा, राजीव कुमार, सुभाष चंद्र गर्ग, हसमुख अधिया और नीरज कुमार गुप्ता सहीत कई अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही सरकारी आंकड़े जारी किए गए थे। आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में GDP 5.7 फीसदी यानी तीन साल के निम्न स्तर पर पहुंच गई है, वहीं विकास दर अप्रैल-जून 2016 में 7.9 फीसदी और जनवरी-मार्च में 6.1 फीसदी थी।

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आर्थिक वृद्धि दर हासिल करना असंभव

आंकड़े दिखाते है कि GDP ग्रोथ लगातार 6 तिमाहियों के लिए घट गया है और आर्थिक समीक्षा में यह अनुमान जताया गया है कि चालू वित्त वर्ष में 7.5 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर हासिल करना संभव नहीं होगा।

आज की स्थिति में निर्यात करना भी एक चुनौती है और औद्योगिक विकास पांच वर्षों में सबसे कम है। औद्योगिक वृद्धि दर पांच साल में न्यूनतम स्तर पर आ गई है। अप्रैल-जून की तिमाही में चालू खाता घाटा (सीएडी) बढ़कर व्यापार घाटे के कारण मुख्य रूप से सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 2.4 प्रतिशत या 14.3 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।

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