कोरोना पर मंथन: हर जीवन को बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता, ​टेस्टिंग पर देना है अधिक बल- मोदी

कोरोना पर मंथन: हर जीवन को बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता, ​टेस्टिंग पर देना है अधिक बल- मोदी

Bhaskar Hindi
Update: 2020-06-17 07:01 GMT
कोरोना पर मंथन: हर जीवन को बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता, ​टेस्टिंग पर देना है अधिक बल- मोदी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की रफ्तार अब पहले से ज्यादा तेज हो गई है। इस संकट से निपटने की रणनीति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैराथन बैठक के दूसरे चरण में पीएम मोदी ने आज (17 जून) 15 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत की। मीटिंग में पीएम मोदी ने कहा, वर्तमान में देशभर में बहुत कम रोगियों को वेंटिलेटर और आईसीयू की आवश्यकता है। समय पर किए गए उपायों के कारण हम कोरोना से लड़ने और इसके प्रसार को नियंत्रित करने में सक्षम रहे हैं।

पीएम ने कहा, तीन महीने पहले ही हमारे यहां पीपीई किट और डायगोनोस्टिक किट की कमी थी। हमारे पास काफी समीमित स्टॉक था, क्योंकि हम पूरी तरह इंपोर्ट पर निर्भर थे, लेकिन आज 1 करोड़ पीपीई किट और N95 मास्क राज्यों को दिए गए हैं।

कोरोना के बढ़ते हुए मरीज़ों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य ढांचे का विस्तार करना, हर जीवन को बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। ये तभी होगा जब कोरोना के प्रत्येक मरीज को उचित इलाज मिलेगा, इसके लिए हमें ​टेस्टिंग पर और अधिक बल देना है। ताकि संक्रमित व्यक्ति को हम जल्द से जल्द ट्रेस और ट्रैक और आइसोलेट कर सकें। हमें इस बात का ध्यान रखना है कि हमारी वर्तमान टेस्टिंग क्षमता का पूरा इस्तेमाल हो और निरंतर उसका विस्तार भी किया जाए

पीएम मोदी ने कहा, कोरोना का फैलाव कुछ बड़े राज्यों, शहरों में अधिक है, कुछ शहरों में अधिक भीड़, मोहल्लों में भौतिक दूरी की कमी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को चुनौतीपूर्ण बना दिया है, फिर भी हर देशवासी के संयम, प्रशासन की तत्परता, कोरोना यो​द्धाओं के समर्पण से हालात को नियंत्रण से बाहर नहीं जाने दिया।

पीएम ने कहा, आज देशभर में कोरोना की 900 से ज्यादा टेस्टिंग लैब हैं, लाखों कोविड स्पेशल बेड हैं। हमारे क्वारंटीन और आइसोलेशन सेंटर हैं। मरीजों की सुविधा के लिए ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति भी है।

इन 15 राज्यों के CM से पीएम मोदी ने की बात
पीएम मोदी ने आज मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, बिहार, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, तेलंगाना और ओडिशा राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर राज्यों में कोरोना की स्थिति की जानकारी ली। बता दें कि, इन राज्यों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी ज्यादा है। देश में कोरोना के सबसे अधिक मरीज महाराष्ट्र में हैं। तमिलनाडु दूसरे नंबर पर और दिल्ली तीसरे स्थान पर है। वहीं केंद्र सरकार से नाराज चल रहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री के साथ मीटिंग में शामिल नहीं हुईं। गौरतलब है कि, पीएम ने मंगलवार को 21 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की थी।

पहली बार लगातार दो दिनों तक मोदी का मंथन 
इससे पहले कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्रियों के बीच 20 मार्च, 2 अप्रैल, 11 अप्रैल, 27 अप्रैल और 11 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक हो चुकी है। यह पहली बार है जब पीएम लगातार दो दिनों तक मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना से निपटने के मुद्दे पर बात कर रहे हैं।

 

Tags:    

Similar News