बाढ़ से तबाही : बिहार मौत का आंकड़ा 300 के पार, मेघालय बेहाल

बाढ़ से तबाही : बिहार मौत का आंकड़ा 300 के पार, मेघालय बेहाल

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-22 04:53 GMT
बाढ़ से तबाही : बिहार मौत का आंकड़ा 300 के पार, मेघालय बेहाल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. भारी बारिश और बाढ़ से देश के कई राज्यों में स्थिति बेहद खराब है। आलम ये है कि लाखों लोग बेघर हो चुके हैं जबकि सैकड़ों मौत के मुंह में समा चुके हैं। बिहार, असम, यूपी और बंगाल में तबाही मचाने बाद अब नॉर्थ ईस्ट भी जलप्रलय की चपेट में है। मेघालय में तबाही का ये आलम है कि करीब सवा लाख लोग प्रभावित हुए हैं। पश्चिमी गारो हिल्स जिले में 23 हजार मकान प्रभावित हुए हैं।

बिहार बेहाल, पीएम करेंगे दौरा

वहीं बिहार में बाढ़ की वजह से 304 से ज्यादा लोगों की जान चली गई, जबकि 1 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने जाएंगे। पीएम इससे पहले गुजरात और असम के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर चुके हैं।

आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक बिहार के 18 जिले किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढी, शिवहर, समस्तीपुर, गोपालगंज, सारण, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा और खगड़िया बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। अररिया में 71 लोग, सीतामढी में 34, पश्चिमी चंपारण में 29, कटिहार में 26, मधुबनी में 22, पूर्वी चंपारण और दरभंगा में 19-19, मधेपुरा में 15, सुपौल में 13, किशनगंज में 11, पूर्णिया और गोपालगंज में 9-9, मुजफ्फरपुर में 7, खगडिया और सारण में 6-6 तथा शिवहर और सहरसा में 4-4 लोगों की मौत हुई है।

एनडीआरएफ की 28 टीमें 1152 जवानों और 118 बोट के साथ, एसडीआरएफ की 16 टीम 446 जवानों और 92 बोट के साथ, सेना की 7 कालम 630 जवानों और 70 बोट के साथ बचाव एवं राहत कार्य में जुटी हुई हैं।

यूपी और बंगाल में भी स्थिति खराब


पश्चिम बंगाल की बाढ़ में अब तक 152 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 1.5 करोड़ की आबादी प्रभावित हुई है। वहीं यूपी में सोमवार को बाढ़ से तीन और लोगों के मरने से मौत का आंकड़ा 72 तक पहुंच गया है। यूपी के 24 जिलों में बाढ़ से 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हो गए हैं।

बंगाल में 14 हजार करोड़ का नुकसान

सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को बताया कि बाढ़ से अब तक राज्य को 14 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने असम और गुजरात को मुंहमांगी मदद दी। इससे उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन वो चाहती हैं कि हर एक बाढ़ पीड़ित को मदद मिले। उन्होंने केंद्र से फरक्का बैराज और दुर्गापुर के साथ दामोदर वैली जैसे बड़े बांधों से सिल्ट हटाने का आग्रह किया है।

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