नीतीश ने फिर दिया गच्चा, उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की बैठक से किनारा

नीतीश ने फिर दिया गच्चा, उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की बैठक से किनारा

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-10 04:25 GMT
नीतीश ने फिर दिया गच्चा, उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों की बैठक से किनारा

डिजिटल डेस्क,पटना। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान विपक्षी एकता को झटका देने के बाद अब एक बार फिर उपराष्ट्रपति चुनाव में अलग राह पकड़ सकते हैं। दरअसल, उपराष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर मंगलवार को होने वाली विपक्षी दलों की मीटिंग में नीतीश कुमार के शामिल नहीं होने की खबर है। इससे पहले वो राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर हुए गैर-एनडीए दलों की मीटिंग में भी नहीं पहुंचे थे। हालांकि, जेडीयू की तरफ से कहा गया था कि वो वाइस प्रेसिडेंट इलेक्शन में यूपीए के कैंडिडेट को सपोर्ट कर सकते हैं। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम नीतीश कई दिनों से वायरल इन्फेक्शन से पीड़ित थे और अभी वो इससे उबर रहे हैं। हालांकि नीतीश कुमार की इस चुप्पी के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। क्योंकि मंगलवार को एक तरफ जहां वाइस प्रेसिडेंट कैंडिडेट को लेकर विपक्षी दलों की मीटिंग है, वहीं दूसरी तरफ इसी दिन सीएम नीतीश ने पटना में अपने सभी विधायकों और सांसदों की मीटिंग बुलाई है। इसके अलावा अपने सहयोगी और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर लगे करप्शन के आरोप और सीबीआई और ईडी के छापों के बाद भी नीतीश कुमार की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। 
इसके पहले, नीतीश विपक्षी दलों की राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हुई मीटिंग में भी मौजूद नहीं थे, जबकि वो उस दिन दिल्ली में थे और पीएम मोदी से मुलाकात कर रहे थे। नीतीश की चुप्पी से कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार एक बार फिर बीजेपी के साथ जा सकते हैं। आपको बता दें कि नीतीश कुमार पहले बीजेपी के साथ ही थे, लेकिन 2013 में पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी के बाद नीतीश ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया था।  

Similar News