राष्ट्रपति चुनाव: सभी दलों ने कसी कमर, 6 का नाॅमिनेशन AAP को इंकार

राष्ट्रपति चुनाव: सभी दलों ने कसी कमर, 6 का नाॅमिनेशन AAP को इंकार

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-14 05:57 GMT
राष्ट्रपति चुनाव: सभी दलों ने कसी कमर, 6 का नाॅमिनेशन AAP को इंकार

टीम डिजिटल, नई दिल्ली.  देश में जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी कमर कस ली है. वहीं, कांग्रेस से लेकर बीजेपी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की तलाश कर रही है. राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का उम्मीदवार तय करने के लिए गैर बीजेपी पार्टियों (आप को छोड़कर) की बैठक बुधवार शाम यहां बेनतीजा खत्म हो गई. विपक्ष दलों से कोई सर्वसम्मत नाम सामने नहीं आ सका. अब इसका फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पाले में चला गया है. सीपीआई और टीमएसी ने कांग्रेस के सामने आम आदमी पार्टी को इस समूह में शामिल करने की बैठक में सिफारिश की. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया. प्रेसिडेंट इलेक्शन के लिए नॉमिनेशन की प्रॉसेस बुधवार से शुरू हो गई. अब तक  के पद्मराजन- तमिलनाडु, आनंद सिंह कुश्वाहा- मध्यप्रदेश, ए. बालाराज-तेलंगाना, सायरा बानो मोहम्मद पटेल- मुंबई, मोहम्मद पटेल अब्दुल हमीद- मुंबई, कोंडेकर विजयप्रकाश- पुणे कुल 6 लोगों ने प्रेसिडेंट इलेक्शन के लिए नॉमिनेशन किया है.

हालांकि विपक्षी दलों की बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से कहा, 'बैठक में राष्ट्रपति उम्मीदवार तय नहीं किया गया है. राष्ट्रपति चुनाव के लिए 9 पार्टियों का एक पैनल गठित किया जाएगा. सभी पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत की जा रही है.' उन्होंने आगे बताया कि सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हैं और मिलकर निर्णय लेंगी. आजाद ने आगे कहा कि केंद्र सरकार से फोन पर बात हुई है. लेकिन अभी इस बारे में अभी कोई तस्वीर साफ नहीं हुई है कि सरकार किस राष्ट्रपति पद के लिए किसे उम्‍मीदवार बनाने जा रही है.

बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए EC ने आज सुबह अधिसूचना जारी कर दी. निर्वाचन अधिकारी अनूप मिश्रा ने आज राष्ट्रपति पद के चुनाव की औपचारिक प्रक्रिया का ऐलान किया. 28 जून से पहले नामांकन प्रक्रिया को पूरी हो जाएगी. नामांकन पत्र की जांच 29 जून को होगी और चुनाव 17 जुलाई को कराया जाएगा. मतदान की प्रक्रिया सुबह 10 बजे से शुरू होगी और शाम 5 बजे तक जारी रहेगी. वोटों की गिनती 20 जुलाई को होगी.

उम्मीदवारों को लेकर रणनीति

इसी के साथ ही राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सत्ता पक्ष और विपक्ष में बैठकों का दौर शुरु हो गया है. विपक्षी दल बैठकों में राष्ट्रपति उम्मीदवारों को लेकर रणनीति बनाएंगे. बीजेपी ने इस मुद्दे को लेकर तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है. बीजेपी ने कहा कि लोकतंत्र की भावना का ख्याल रखते हुए राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार पर सभी राजनीतिक दलों से चर्चा करके आम सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी.

गौरतलब है कि वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को खत्म हो रहा है. नई दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी राष्ट्रपति चुनाव पर मीडिया का संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति चुनाव बैलट पेपर होंगे.

राष्ट्रपति चुनाव में अकेले पड़े केजरीवाल

राष्ट्रपति चुनाव में एक तरफ सत्ताधारी एनडीए खेमा है तो दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुआई में अधिकतर विपक्षी पार्टियां. लेकिन कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (आप) को इन दोनों ही खेमों में नहीं है. कांग्रेस ने ये तय किया है कि, बीजेपी के खिलाफ एकजुट हुए 'संयुक्त विपक्ष' में आप की एंट्री न हो. कांग्रेस द्वारा 'आप' को अलग-थलग रखने का कारण खुद 'आप' का बड़बोलापन है. दरअसल 'आप' ने अपने संघर्ष के दिनों में अधिकतर पार्टियों और नेताओं को 'चुन-चुनकर खरी-खोटी' सुनाई है, जिससे कांग्रेस का मानना है कि 'आप' अब खुद को बीजेपी से बचाने की कोशिश कर रही हैं.

कांग्रेस ने आप का विरोध ऐसे वक्त में किया है जब आप प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी, सीपीएम प्रमुख सीताराम येचुरी और जेडीयू नेता शरद यादव से मिलकर हाल ही में इस खेमे में आने की बात कही थी. लेकिन कांग्रेस अपनी बात पर अडिग है. कांग्रेस के साथ एनसीपी सहित अन्य कई पार्टियों ने इसका विरोध किया है.

 

Similar News