करतारपुर कॉरिडोर : इमरान का सिद्धू को न्योता, वीजा मिला तो फिर जाएंगे पाक

करतारपुर कॉरिडोर : इमरान का सिद्धू को न्योता, वीजा मिला तो फिर जाएंगे पाक

Bhaskar Hindi
Update: 2018-11-23 17:49 GMT
करतारपुर कॉरिडोर : इमरान का सिद्धू को न्योता, वीजा मिला तो फिर जाएंगे पाक
हाईलाइट
  • उन्होंने कहा कि अगर कोई मान सम्मान से बुलाता है तो मैं उसका सम्मान करता हूं।
  • नवजोत सिंह सिद्धू को इमरान खान ने 28 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर शिलान्यास समारोह में शामिल होने के लिए न्योता भेजा है।
  • सिद्धू ने कहा कि यदि उन्हें भारत सरकार से स्वीकृति मिलती हैं तो वह निश्चित रूप से पाकिस्तान जाएंगे।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 28 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर शिलान्यास समारोह में शामिल होने के लिए न्योता भेजा है। बताया जा रहा है कि इमरान ने सिद्धू को आमंत्रित करने के लिए टेलीफोन कॉल किया था। क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने कहा कि यदि उन्हें भारत सरकार से स्वीकृति मिलती हैं तो वह निश्चित रूप से पाकिस्तान जाएंगे।

सिद्धू ने कहा, "अगर कोई मान सम्मान से बुलाता है तो मैं उसका सम्मान करता हूं। चूंकि करतारपुर कॉरीडोर को लेकर दोनों देशों की सरकार ने बेहद सकारात्मक रवैया अपनाया है। यह न सिर्फ सिख धर्म बल्कि दोनों देशों के रिश्तें के लिए भी अच्छा है।" बता दें कि दो महीने पहले, जब नवजोत सिंह सिद्धू इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद जब लौटे थे तब उन्होंने घोषणा की थी कि पाकिस्तान भारतीय तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारा में सीधा प्रवेश देने के लिए तैयार है। उस समय सिद्धू ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख को गले लगाया था जिसे लेकर वह कई लोगों के निशाने पर आ गए थे। भारत में उन्हें चौतरफा आलोचना झेलनी पड़ी थी।

गुरुवार को सिद्धू ने ट्वीट करते हुए कहा था, "मैं केंद्रीय मंत्रिमंडल के इस शुभ कदम का स्वागत करता हूं।" नवजोत सिंह सिद्धू ने इस कॉरिडोर के लिए इमरान खान को भी धन्यवाद किया था। सिद्धू ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि "धन्यवाद इमरान भाई। हम इस सकारात्मक कदम का स्वागत करते हैं। यह मानवता के लिए एक बड़ी सेवा है।"

भारत में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह संयुक्त रूप से 26 नवंबर को गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक क्षेत्र में करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला रखेंगे। करतापुर साहिब गुरुद्वारे को पहला गुरुद्वारा माना जाता है जिसकी नींव श्री गुरु नानक देव जी ने रखी थी। उन्होंने यहां से लंगर प्रथा की शुरुआत की थी। यह स्थल पाकिस्तान में भारतीय सीमा से करीब चार किलोमीटर दूर है और अभी पंजाब के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक बार्डर आउटपोस्ट से दूरबीन से भारतीय श्रद्धालु इस गुरुद्वारे के दर्शन करते हैं।

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