कौन हैं वो IAS अधिकारी, जिसकी तारीफ प्रधानमंत्री मोदी ने की?

कौन हैं वो IAS अधिकारी, जिसकी तारीफ प्रधानमंत्री मोदी ने की?

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-10 09:11 GMT
कौन हैं वो IAS अधिकारी, जिसकी तारीफ प्रधानमंत्री मोदी ने की?

डिजिटल डेस्क, पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को बिहार के मोतिहारी पहुंचे। चंपारण सत्याग्र शताब्दी समारोह के समापन अवसर पर पीएम ने "सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह" अभियान का आगाज किया। इस दौरान उन्होंने देशभर के स्वच्छग्रहियों की जमकर तारीफ की। इसी दौरान पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर स्वच्छता एवं पेयजल मंत्रालय के सचिव परमेश्वर जी. अय्यर की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि परमेश्वरन अय्यर अमेरिका से लौटे हैं और अब स्वच्छ भारत अभियान के लिए काम करते हैं। वो ऐसे शख्स हैं, जो खुद जगह-जगह जाकर टॉयलेट साफ करते हैं। पीएम ने खुद मीडिया से अय्यर पर फोकस करने को कहा। 

1981 बैच के IAS हैं परमेश्वरन

परमेश्वरन अय्यर साल 1981 बैच के IAS अफसर हैं। वो यूपी कैडर में रहे हैं। अपनी सर्विस के दौरान वह वर्ल्ड बैंक के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम में काम कर चुके हैं। साल 2006 में उन्होंने ग्रामीण जल स्वच्छता के लिए काफी काम किया। परमेश्वरन अय्यर को प्रधानमंत्री मोदी के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में गिना जाता है। ये कोई पहली बार नहीं है जब पीएम ने अय्यर की तारीफ की है, इससे पहले पीएम ने फरवरी 2017 में भी मन की बात प्रोग्राम में अय्यर की तारीफ की थी। 

 



2009 में लिया वॉलंटरी रिटायरमेंट

परमेश्वरन अय्यर 1980 के दशक के दौरान मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस एंड टेक्सटाइल्स के लिए भी काम कर चुके हैं। साल 1998-2006 तक अय्यर यूनाइटेड नेशंस के वर्ल्ड फूट प्रोग्राम से जुड़े और इसके लिए काम किया। इस दौरान वो भारत सरकार में भी पोस्टेड रहे। 8 सालों तक उन्होंने स्वच्छता पर बहुत काम किया। इसके बाद आखिरकार उन्होंने जून 2009 में इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस यानी IAS से वॉलंटरी रिटायरमेंट ले लिया और अमेरिका में सेटल हो गए।

 



बाद में वर्ल्ड बैंक से जुड़े

रिटायरमेंट लेने के बाद परमेश्वरन अय्यर वर्ल्ड बैंक से जुड़ गए। अय्यर पहले वॉशिंगटन में ही तैनात थे और इजिप्ट और लेबनान में ड्रिंकिंग वॉटर और स्वच्छता के लिए काम किया। इसके बाद 2012 में अय्यर वियतनाम के हनोई स्थित वर्ल्ड बैंक में पोस्ट हुए। वियतनाम में ड्रिंकिंग वॉटर और स्वच्छता के लिए जो काम किया, उसकी तारीफ आज भी दुनिया में होती है। उन्होंने वियतनाम को 2025 तक खुले में शौच से मुक्त कराने का टारगेट रखा है। 

 



2016 में दी स्वच्छ भारत की कमान

नरेंद्र मोदी सरकार ने 3 फरवरी 2016 को परमेश्वरन अय्यर को पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय में सचिव के तौर पर नियुक्त किया। अय्यर को दुनिया में स्वच्छता के लिए एक्सपर्ट माना जाता है। यही कारण था कि जिस भारत सरकार ने उन्हें यूनाइटेड नेशंस के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम में समय से ज्यादा काम करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था, उसी भारत सरकार ने दोबारा उन्हें अपने यहां नियुक्त किया। मोदी सरकार ने परमेश्वरन अय्यर से स्वच्छ भारत अभियान के लिए काम करने के लिए बुलाया, जिसे उन्होंने स्वीकार लिया। 

पहले इनके पास थी स्वच्छ भारत की कमान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के लिए सबसे पहले 1980 बैच की गुजरात कैडर की IAS अधिकारी विजय लक्ष्मी जोशी को जिम्मेदारी दी गई, उस वक्त वो पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की सचिव थीं। लेकिन उन्होंने नवंबर 2015 में अपनी इच्छा से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद इस अभियान की जिम्मेदारी ग्रामीण विकास सचिव जुगल किशोर मोहपात्र को ये जिम्मेदारी गी गई, लेकिन वो भी कुछ ही दिन रहे। इसके बाद परमेश्वरन अय्यर को पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय में सचिव नियुक्त किया गया।

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