दिल्ली में यमुना नदी के झाग पर उठे सियासी बुलबुले, उपाय की जगह एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ने पर तुली सरकारें

यमुना पर सियासत तेज दिल्ली में यमुना नदी के झाग पर उठे सियासी बुलबुले, उपाय की जगह एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ने पर तुली सरकारें

Anupam Tiwari
Update: 2021-11-09 14:18 GMT
दिल्ली में यमुना नदी के झाग पर उठे सियासी बुलबुले, उपाय की जगह एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ने पर तुली सरकारें
हाईलाइट
  • आप ने यमुना में झाग को लेकर यूपी और हरियाणा पर दोष मढ़ा
  • दिल्ली में छठ पूजा पर सियासत जारी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोमवार को छठ पूजा पर्व पर दिल्ली में यमुना नदी में जहरीले झाग के बीच श्रद्धालुओं की पूजा करने का वीडियों सामने आने के बाद जमकर सियासत छिड़ गई है। जहां दिल्ली में आम आदमी पार्टी इसके लिए यूपी और हरियाणा को दोषी ठहरा रही हैं, वहीं यूपी और हरियाणा भी इसे केजरीवाल सरकार की नाकामी बता रहे हैं। दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने आप सरकार पर यमुना की दयनीय स्थिति को छुपाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि यमुना की स्थिति छुपाने के लिए केजीरवाल सरकार ने छठ पूजा की अनुमति नहीं दी थी। बता दें कि दिल्ली, यूपी, हरियाणा सरकारें एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप मढ़ रही हैं, लेकिन इस समस्या का समाधान कोई भी जताता नहीं दिखाई दे रहा है। ओखला और वीजराबाद में यमुना के 22 किलोमीटर का हिस्सा नदी में लगभग 80 प्रतिशत प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है। 

इसलिए जहरीली है यमुना

दिल्ली के कालिंदी कुंज क्षेत्र में यमुना नदी ने लगभग सफेद चादर ओढ़ ली है। इस समय यमुना नदी स्वर्ग का आभास करा रही है। चारों ओर झाग ही झाग दिखाई दे रहा है। नदी बुरी तरह से प्रदूषित हो चुकी है। इसके लिए रंगाई उद्योगों, धोबी घाटों, फैक्ट्रियों और घरों में उपयोग होने वाले डिटर्जेंट को जिम्मेदार माना जा रहा है।विशेषज्ञो का कहना है कि दिल्ली, उत्तरप्रदेश और हरियाणा से छोड़े जाने वाले सीवर का बिना शोधन किये पानी में फॉस्फेट और सर्फेक्टेंट की मौजूदगी यमुना नदी में झाग के प्रमुख कारणों में से एक है। 

राघव चड्ढा ने यूपी-हरियाणा पर दोष मढ़ा

वहीं आप नेता राघव चड्ढा का कहना है कि हरियाणा और उत्तरप्रदेश नजफगढ़ और शाहदरा के नालों के माध्यम से यमुना में प्रतिदिन 15.5 करोड़ गैलन बिना शोधन किये अपशिश्ट पानी छोड़ा जाता है। उनका कहना है कि इस पानी में बहुत सारा जैविक अपशिश्ट, रसायन और डिटर्जेंट ओखला बैराज की ऊंचाई से गिरते हैं जिसके कारण झाग बनता है। उनका कहना है कि इसके अलावा यूपी के मेरठ, मुजफ्फमरनगर, शामली और सहारनपुर में कागज एवं चीनी उद्योग भी इंदिरा कुंज के पास ओखला बैराज में हिंडल नहर के रास्ते होते हुए यमुना नदी में अशोधित पानी छोड़ते हैं।

हरियाणा सरकार जिम्मेदार

दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने यमुना में जहरीले झाग के लिए बीजेपी की हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि यहां भाजपा के नेताओं को पड़ोसी राज्य से जवाब तलब करना चाहिए। उनका कहना है कि मनोज तिवारी को हरियाणा सरकार से पूछना चाहिए कि यमुना नदी में जहरीला पानी क्यों छोड़ते हैं। 

दिल्ली सरकार ने छुपाई अपनी नाकामी

वहीं दिल्ली में बीजेपी भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कालंदी कुंज यमुना तट पर पहुंचे। उन्होंने झाग से ढकी यमुना नदी में नाव की सवारी करते हुए दिल्ली की आप सरकार पर आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने यमुना नदी के झाग को छुपाने के लिए छठ पूजा की अनुमति नहीं दी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 2013 से अरविंद केजरीवाल कहते आ रहे हैं कि उनकी सरकार पांच साल के अंदर यमुना को नहाने लायक बना देगी। आज दिल्ली की हवा और पानी दोनों जहरीले हो गए हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। और दिल्ली सरकार को बर्खास्त करना चाहिए। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार 7 साल बाद यहां के लोगों को इस प्रकार का दृश्य देती है और उन्हें पद पर रहने को कोई अधिकार नहीं है।

 

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