देश से खत्म हो रहा है नक्सलवाद, हार की हताशा में हो रहे हैं कायराना हमले : राजनाथ

देश से खत्म हो रहा है नक्सलवाद, हार की हताशा में हो रहे हैं कायराना हमले : राजनाथ

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-21 15:38 GMT
देश से खत्म हो रहा है नक्सलवाद, हार की हताशा में हो रहे हैं कायराना हमले : राजनाथ

डिजिटल डेस्क, अंबिकापुर। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ की बस्तरिया बटालियन की पासिंग आउट परेड में शामिल हुए। उन्होंने यहां कहा कि देश में माओवादी घटनाओं में भारी कमी आई है और धीरे-धीरे यह अपनी जमीन खो रहा है। छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर जिले में हुए इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राजनाथ ने कहा कि नक्सली गतिविधियों में 55 फीसदी की कमी आई है। वहीं नक्सल प्रभावित क्षेत्र का 45 प्रतिशत हिस्सा भी अब मुक्त कराया जा चुका है।

राजनाथ ने कहा, "साल 2016 में 135 नक्सली और 2017 में 77 और इस साल अब तक 40 नक्सली मारे जा चुके हैं। यह आंकड़ा पहले की तुलना में काफी बढ़ा है। बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर भी कर रहे हैं। नक्सली अपनी इस हार की हताशा में कई बार कायरतापूर्ण कार्रवाई कर रहे हैं, इसका भी जवाब उन्हें दिया जा रहा है।"

राजनाथ ने यह भी कहा कि भोले-भाले आदिवासी लोगों को नक्सली बनने की ओर धकेलने वाले नक्सली नेताओं के खिलाफ भी सरकार कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा, "बहुत से नक्सलवादी नेताओं ने अवैध गतिविधियों से खूब पैसा कमाया है। उनको सरकार दंडित करेगी। हमारी सरकार इस अवैध धन का खुलासा भी करेगी।’

अपने सम्बोधन में राजनाथ ने नक्सलियों से निपटने के लिए CRPF और छत्तीसगढ़ पुलिस की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, "छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अपनी लड़ाई में जो सफलता हासिल की है वह राज्य पुलिस व सीआरपीएफ के बीच अच्छे समन्वय की वजह से है।"

बस्तारिया बटालियन को सम्बोधित करते हुए राजनाथ ने कहा, "बस्तरिया बटालियन का गठन एक बड़ा और सुविचारित फैसला है। हमने बस्तर क्षेत्र से युवा पुरुषों और महिलाओं को इस बटालियन में शामिल करने के लिए CRPF के मानदंडों में ढील दी है।" बता दें कि फिलहाल बस्तारिया बटालियन के पहले फेज में 543 जवान हैं, जिसमें 189 महिलाएं शामिल हैं। इसकी कुल स्ट्रेंथ 743 होगी। पासिंग आउट परेड के बाद सीआरपीएफ की इस बटालियन की तैनाती नक्सल बेल्ट में की जाएगी। बटालियन को सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में तत्काल नक्सल रोधी अभियानों में शामिल किया जाएगा।

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