यूपी के मुरादाबाद में धुंध और दमघोंटू हवा से लोग परेशान

यूपी के मुरादाबाद में धुंध और दमघोंटू हवा से लोग परेशान

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-16 04:51 GMT

डिजिटल डेस्क, मुरादाबाद। दिल्ली की जहरीली हवा लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। वहीं दूसरी तरफ यूपी के लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा और मुरादाबाद जैसे शहर की हवा भी उतनी ही जहरीली हो चुकी है। मुरादाबाद में जहरीली धुंध और दमघोंटू हवा से चल रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार बुधवार मुरादाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया था। हालांकि चौथे दिन (15 जून) वायुमंडल में हवा का दबाव कम था। इसके चलते वायु गुणवत्ता सूचकांक कम हुआ है। शुक्रवार को शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक गिरावट के साथ 385 दर्ज किया गया है। इससे दो दिनों पहले वायु गुणवत्ता सूचकांक 485 दर्ज किया गया था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की देर रात जारी रिपोर्ट के अनुसार वायु में पीएम-10 कणों का घनत्व बढ़ने के कारण हवा ज्यादा प्रदूषित हो गई। एक्यूआइ का स्तर दो सौ से अधिक होने पर सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है। 

 

 

शहर में चौथे दिन, दिन में ही शाम जैसा माहौल दिख रहा था। धुंध के चलते प्रदूषित हवा में सांस लेने को हर कोई मजबूर है। वायुमंडल में धूल के कण होने के चलते राहगीरों को मास्क लगाकर चलना पड़ रहा है। लोगों को मरीजों के साथ अस्पतालों के बाहर कतार में देखा गया, मुख्य रूप से बच्चों को सांस लेने की परेशानी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस की शिकायत के रूप में देखने में मिल रही है।  

भले ही वायु प्रदूषण के स्तर में मामूली कमी दर्ज हुई, लेकिन ये सेहत के लिए खतरा बढ़ा ही रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक का दो सौ से ऊपर रहना सेहत के लिए खतरनाक है, जबकि ढाई सौ से ऊपर होना बहुत ही खतरनाक स्थिति है। दमघोंटू हवा की वजह से लोगों ने बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलना मुश्किल होता देखा जा रहा है। सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम हो गई। धुंध के कारण सड़क और हवाई यातायात भी प्रभावित हो रहा है।

 

 

हिमाचल प्रदेश से ऐसा मौसा देखा जा रहा है। शिमला के पहाड़ धुंध से धिरे हुए दिख रहे हैं। यहां के आसमान में  धूल एक मोटी परत देख को मिल रही हैं। प्रदेश के मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में पानी की बौछार के साथ धूल से मौसम खराब होता जा रहा है, ऐसे मौसम की वजह से दृश्यता कम हो गई है। इससे उड़ान परिचालन प्रभावित हुए हैं। 
 

 

 

 

राहत की बात है कि शहर में लगातार वायु गुणवत्ता सूचकांक घट रहा है। गुरुवार को प्रदूषण के स्तर में थोड़ी सी गिरावट आई और एयर क्वालिटी इंडेक्स 424 दर्ज किया गया। वहीं शुक्रवार को 385 दर्ज किया गया। धुंध के चलते शुक्रवार को सबसे ज्यादा गाजियाबाद प्रभावित रहा। गाजियाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक 461 दर्ज किया गया। वहीं अन्य शहरों नोएडा का 458, दिल्ली का 428 और लखनऊ का 266 वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया।

 

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