लालू ने कहा- ‘तेजस्वी तो बहाना था, बीजेपी की गोद में जाना था'

लालू ने कहा- ‘तेजस्वी तो बहाना था, बीजेपी की गोद में जाना था'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-27 08:18 GMT
लालू ने कहा- ‘तेजस्वी तो बहाना था, बीजेपी की गोद में जाना था'

डिजिटल डेस्क, पटना। नीतीश ने बिहार की जनता के पीठ में छुरा भोंका हैं और उसे धोखा दिया है। सरकार बनाने के लिए नीतीश ने बहुत जल्दबाजी दिखाई है, जबकि लार्जेस्ट पार्टी को पहले बुलाया जाना चाहिए था। अगर हम बहुमत सिद्ध नहीं कर पाते तो गर्वनर को अधिकार था "बेदाग बाबू" को उनकी सरकार बुलाने का। आनन-फानन में सरकार बनाने की क्या जरूरत थी। यह सब इतना क्यों डरे हुए हैं।

यह कथन लालू प्रसाद यादव के हैं, जिन्होंने बिहार की राजनीति में आए नए भूचाल पर पलटवार करते हुए गुरुवार सुबह नीतीश के शपथ लेने के बाद यह बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ‘तेजस्वी तो बहाना था उन्हें बीजेपी की गोद में जाना था।’ लालू ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार बनाने का यह उपक्रम नियम मुताबिक नहीं था। हम राज्य में सबसे बड़ी पार्टी थे, अगर हम सरकार नहीं बना पाते, तब नीतीश का सरकार बनाना जायज था। हम इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में जाएंगे। यह न्यायसंगत नहीं है।

संगीन आरोप लगाए

लालू ने प्रेस वार्ता करके सुबह अपने लगभग एक घंटे दी गई स्पीच में नीतीश पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने नीतीश पर हत्या को दोषी बताते हुए कहा है कि नीतीश छोटा भाई नागरिक सीताराम सिहं के हत्या का मुजरिम है और उस पर 147 148 149 302 307 327 इतनी धाराएं लगी हैं। दिनांक 31.7.2009 को इस मामले को संज्ञान में भी लिया गया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास इस मुकदमे से जुड़े पूरे कागज हैं। नीतीश कुमार ने ही कांग्रेस से संबंधित आदमी को राइफल से गोली मारी थी। उन्होंने कहा कि नीतीश ने ही मेरे खिलाफ ईडी और सीबीआई का केस कराया है, लेकिन ये सब जानते हुए भी मैं साथ था। इस पूरे घटनाक्रम के बारे में बोलते हुए लालू ने कहा कि हमें पहले से पता था क्योंकि ‘खैर-खून, खांसी-खुशी, बैर-प्रीति, मुधपान रहिमन दाबे न दबे जाने सकल जहान’। सब हमारे खिलाफ साजिश किए हैं। गर्वनर को बुलाकर और अपने पक्ष में लेकर ही इस साजिश को अंजाम दिया गया है।

नीतीश भस्मासुरसबसे मांगो इस्तीफा 
लालू ने पूरे देशभर के राजनेताओं को आडे़ हाथों लेते हुए कहा है कि यदि केवल एफआईआर जारी हो जाने से किसी को इस्तीफा देना जरूरी है तो पूरे देश के जिन राजनेताओं पर एफआईआर है, उन सबसे इस्तीफा मांगा जाना चाहिए। बिहार में नीतीश कुमार ने 24 घंटे के अंदर ही सत्ता का सबसे बड़ा खेल कर दिया है। यह सब पहले से फिक्स था। लालू ने पूरा बही खाता खोलते हुए कहा कि नीतीश भस्मासुर है।

ढोंग और स्वार्थी हैं नीतीश
लालू ने आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश ने बीजेपी छोड़कर ढोंग किया था। शराबबंदी का बिहार में ढोंग है, क्योंकि वो दूसरे राज्य से आ रही हैा बड़ी पार्टी होने के बावजूद मैंने नीतीश को सीएम बनाया, लेकिन उसने स्वार्थ की राजनीति की। जिधर सत्ता थी वो उधर ही चले गए, क्योंकि नीतीश से बिहार की सरकार ही नहीं चलाई गई।

दलबदलू है फिर बदलेगा
लालू आगामी 2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए भी आरोप लगाते हुए बोले कि नीतीश का कोई भरोसा नहीं है। वह दलबदलू है और फिर राह बदल सकता है। ताजा घटनाक्रम में पहले से ही सब टाइमिंग फिक्स था, इसीलिए सब कुछ रातों-रात किया गया है। अमित शाह से मिलकर यह सारा खेल रचा गया है, जिसमें नीतीश ने बड़ा रोल प्ले किया है।  

मीडिया पर भी भड़के
लालू ने मीडिया पर भी भड़कते हुए कहा कि ट्रंप के खिलाफ पूरी दुनिया लड़ रही है और भारतीय मीडिया अपने देश से ही लड़ रहा है। अमित शाह संपादक हो गए हैं और मीडिया मालिक का एजेंडा भी वही सेट कर रहे हैं। जबकि मीडिया लोकतंत्र का चाैथा खंभा है, लेकिन अब ऐसा नहीं रह गया है।

लालू प्रसाद यादव पर पलटवार करते हुए नीतीश कुमार ने कहा है कि

आधी-अधूरी जानकारी परोसते हैं लालू

लालू के आरोपों पर सफाई देते हुए जेडीयू की ओर से एक प्रेसवार्ता कर यह स्पष्ट किया गया है कि नीतीश पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियादी है। जज सीमा अली खान ने इस मामले में नीतीश की पैरवी कर रहे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेंद्र सिंह की दलीलों को सुनने के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था। बाद में फिर से मामले पर सुनवाई शुरू हुई, जो अभी भी चल रही है।

 

Similar News