अजमेर दरगाह के पास 7 साल से रह रहा रोहिंग्या गिरफ्तार, भारत के आईडी प्रूफ भी बरामद

अजमेर दरगाह के पास 7 साल से रह रहा रोहिंग्या गिरफ्तार, भारत के आईडी प्रूफ भी बरामद

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-11 03:29 GMT
अजमेर दरगाह के पास 7 साल से रह रहा रोहिंग्या गिरफ्तार, भारत के आईडी प्रूफ भी बरामद

डिजिटल डेस्क, अजमेर। राजस्थान के अजमेर शहर में स्थित दरगाह शरीफ के पास से एक रोहिंग्या मुसलमान को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने उसके पास से भारत के आईडी प्रूफ भी बरामद किए हैं। गिरफ्तार युवक का नाम अमानुल्लाह बताया जा रहा है, जो पिछले 7 सालों से यहां रह रहा था। पुलिस ने शिकायत मिलने पर शुक्रवार को उसे हिरासत में ले लिया है। फिलहाल पूछताछ जारी है।

 

अमानुल्लाह की पहचान रोहिंग्या मुसलमान के रूप में हुई है। आरोपी की पहचान उस समय हुई जब पत्नी से झगड़ा होने के बाद उसकी पत्नी थाने में शिकायत लेकर पहुंची। पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने उसके पति को गिरफ्तार किया। जब उससे पूछताछ की गई तो वह म्यांमार का मूल निवासी निकला। आरोपी के पास से भारत के आईडी प्रूफ मिले हैं। इससे तय है कि भारत में पहचान छिपाकर पाक और बांग्लादेशी घुसपैठियों के अलावा बड़ी संख्या में रोहिंग्या भी रह रहे हैं। पुलिस की सूचना पर गुप्तचर ऐजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं।

 

आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है। दरगाह थाना प्रभारी मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि पांच साल से रोहिंग्या अमानुल्ला पुत्र अब्दुल शकूर दरगाह क्षेत्र के सिलावट मोहल्ले में नूरानी मस्जिद के पास पहचान छिपाकर रह रहा था। थाना पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के साथ सभी दस्तावेज जब्त कर लिए और उससे पूछताछ कर रही है कि उसकी यहां रहते क्या गतिविधि रही। वह यहां किन लोगों के संपर्क में है।

 

आरोपी के पास से भारत सरकार द्वारा जारी शरणार्थी का दस्तावेज मिला जिसके आधार पर वह कोलकाता और उसके बाद जम्मू कश्मीर में भी शरणार्थी की जिंदगी गुजर बसर कर चुका है। पिछले 7 सालों से वह दरगाह क्षेत्र में शरणार्थी बना हुआ है और यहीं रहते उसने फर्जी कागजातों के आधार पर आधार कार्ड आदि तैयार करा लिए।

 

गौरतलब है कि रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर देश में चर्चा का माहौल आज भी गर्म है और ऐसे समय में गोपनीय तरीके से फर्जी कागजातों के आधार पर पकड़े गए उक्त आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस व्यवस्था पर प्रश्न चिह्न लगा रही है।

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