सबरीमाला: बंद हो गए कपाट, 10 से 50 साल की महिलाएं नहीं कर पाईं प्रवेश

सबरीमाला: बंद हो गए कपाट, 10 से 50 साल की महिलाएं नहीं कर पाईं प्रवेश

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-22 08:09 GMT
सबरीमाला: बंद हो गए कपाट, 10 से 50 साल की महिलाएं नहीं कर पाईं प्रवेश
हाईलाइट
  • अयप्पा के भक्त महिलाओं को दाखिल होने से रोक रहे हैं
  • मंदिर के कटाप खुले हुए 6 दिन हो चुके हैं
  • सुप्रीम कोर्ट के आदेश का नहीं हो पाया पालन

डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। सोमवार रात 11 बजे सबरीमाला मंदिर के पट एक महीने के लिए बंद हो गए। 6 दिन तक खुले रहे मंदिर में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी 10 से 50 साल की उम्र वाली कोई महिला मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकी। महिलाओं ने कई बार प्रयास किए लेकिन भगवान अयप्पा के भक्तों के विरोध के बाद हर बार आधे रास्ते से उन्हें लौटना पड़ा। मंगलवार को इस मामले में दायर रिव्यू पिटीशन पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगी। 

बता दें कि सबरीमाला मंदिर में 800 साल पुरानी प्रथा के मुताबिक 10 साल से 50 साल उम्र तक महिलाओं को प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर को सुनाए फैसले में महिलाओं को अनुमति दे दी थी।

मासिक पूजा के लिए 17 अक्टूबर को मंदिर के कपाट खोले गए थे, लेकिन मंदिर प्रबंधन महिलाओं को प्रवेश देने के खिलाफ प्रदर्शन करता रहा। मंदिर के बाहर तक हजारों प्रदर्शनकारियों ने पैर जमा रखे। इनमें पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल रहीं। 22 अक्टूबर तक मंदिर खुला रहा, जिसमें 10 साल से 50 साल तक की कोई महिला प्रवेश नहीं कर पाई है। 

बता दें कि पत्तनमतिट्टा जिले के पेरियार टाइगर रिजर्व क्षेत्र में सबरीमाला मंदिर स्थित है। यह मंदिर 12वीं सदी में बनाया गया था, जिसमें भगवान अयप्पा की पूजा होती है। मान्याताओं के अनुसार अयप्पा भगवान विष्णु और शिव के स्त्री रूप अवतार मोहिनी के पुत्र हैं। अनुमान के मुताबिक यहां हर साल 5 करोड़ लोग पूजा अर्चना करते हैं।

Similar News