ISRO 28 मार्च को लॉन्च करेगा अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट, मिलेगी बॉर्डर की रियल टाइम इमेज

ISRO 28 मार्च को लॉन्च करेगा अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट, मिलेगी बॉर्डर की रियल टाइम इमेज

Bhaskar Hindi
Update: 2021-03-07 14:35 GMT
ISRO 28 मार्च को लॉन्च करेगा अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट, मिलेगी बॉर्डर की रियल टाइम इमेज

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत 28 मार्च को एक अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट लॉन्च करने की योजना बना रहा है। ये सैटेलाइट भारत को अपनी बॉर्डर की रियल टाइम इमेज मुहैया कराएगा। ये प्राकृतिक आपदाओं की क्विक मॉनिटरिंग भी करेगा। GISAT -1 को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से जीएसएलवी-एफ 10 रॉकेट के जरिए अंतरिक्ष में पहुंचाया जाएगा। रॉकेट सैटेलाइट को पृथ्वी से 36,000 किलोमीटर ऊपर जियोसिंक्रोनस ऑर्बिट में प्लेस करेगा। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने रविवार को इसकी जानकारी दी। 

GISAT -1 को पिछले साल 5 मार्च को लॉन्च किया जाना था, लेकिन तकनीकी कारणों से इसे स्थिगित कर दिया गया। विशेषज्ञों ने कहा कि अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट को जियोस्टेशनरी ऑर्बिट में रखने के कई फायदे हैं। यह भारत के लिए कुछ मायनों में गेम-चेंजर बनने जा रहा है। स्पेस डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने कहा, सैटेलाइट पर लगे हाई रिजॉल्यूशन कैमरे की मदद से देश अपनी भूमि और महासागरों पर लगातार नजर रख सकेगा। विशेष रूप से इस सैटेलाइट की मदद से बॉर्डर की रियल टाइम निगरानी की जा सकेगी। इसका मकसद एग्रीकल्चर, फॉरेस्ट्री, मिनरेलॉजी, डिजास्टर वॉर्निंग, क्लाउड प्रॉपर्टीज, स्नो और ग्लेशियर और ओशियनोग्राफी के स्पेक्ट्रल सिग्नेचर को प्राप्त करना भी है।

अंतरिक्ष विभाग में सचिव और इसरो के अध्यक्ष के सिवन ने पिछले सप्ताह कहा था कि जिन तकनीकी मुद्दों के कारण जीसैट-1 मिशन को स्थगित कर दिया था, उसका समाधान हो गया है। कोविड-19 के कारण लगाए लॉकडाउन की वजह से सामान्य कामकाज प्रभावित होने से इसके प्रक्षेपण में और विलंब हुआ।

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