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Update: 2018-06-03 16:12 GMT

डिजिटल डेस्क, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में रविवार को लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया। बताया जा रहा है कि घुसपैठ की सूचना मिलते ही सुरक्षा बल हरकत में आ गए, इस दौरान घुसपैठियों की तरफ से सेना पर फायरिंग की गई। सेना ने घुसपैठियों की फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया। सेना की इस कार्रवाई में एक आतंकी मारा गया।

 



पाक गोलीबारी में दो जवान शहीद
इससे पहले शनिवार रात अंधेरे का फायदा उठाकर पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में गोलीबारी की। पाक सैनिकों की फायरिंग में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए। पाक सैनिकों ने सीमा पर स्थित रिहायशी इलाकों को निशाना बना कर मोर्टार दागे। भारतीय सुरक्षा बलों ने भी पाकिस्तान की फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया। सीमा पर हुई गोलीबारी को देखते हुए अखनूर सेक्टर के परगवाल के लोगों को सेना ने सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया।

सिलसिलेवार तीन ग्रेनेड हमले
वहीं शनिवार को ही श्रीनगर में आतंकियों ने सीआरपीएफ पर सिलसिलेवार तीन ग्रेनेड हमले किए थे। इस हमले में चार जवानों समेत पांच लोग घायल हो गए थे। पाकिस्तान में पल रहे खूंखार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली थी। शनिवार को पहला हमला श्रीनगर के फतहकदल और दूसरा बुदशाह इलाके में हुआ, जहां सीआरपीएफ वाहनों को निशाना बनाया गया। तीसरा हमला श्रीनगर के जहांगीर चौक में हुआ, यहां 300 मीटर की दूरी से हमले को अंजाम दिया गया। वहीं, शुक्रवार को भी कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में पांच ग्रेनेड हमले हुए थे।

29 मई को हुआ था संघर्ष विराम समझौता 
जम्मू कश्मीर में सीमा पर गोलीबारी रोकने के लिए भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशक (डीजीएमओ) 2003 के संघर्ष विराम समझौते को ‘पूरी तरह से लागू करने’ पर बीती 29 मई को सहमत हुए थे। दोनों देशों के सैन्य कमांडरों ने शाम छह बजे ‘हॉटलाइन’ पर बातचीत के दौरान जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा की थी। महत्वपूर्ण बात यह है कि विशेष हॉटलाइन संपर्क की पहल पाकिस्तानी डीजीएमओ ने ही की थी। लेकिन इस समझौते के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहा है और लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है।

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