सहवाग ने दिखाया बड़ा दिल, केरल के मृतक आदिवासी युवक की मां को भेजा 1.5 लाख का चेक
सहवाग ने दिखाया बड़ा दिल, केरल के मृतक आदिवासी युवक की मां को भेजा 1.5 लाख का चेक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केरल के पलक्कड़ जिले में फरवरी माह में हुई आदिवासी युवक की हत्या का माला वैसे तो शांत हो चुका है, लेकिन भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने एक बार फिर से मामले को सुर्ख़ियों में ला खड़ा किया है। सहवाग ने मृत आदिवासी युवक की मां को मदद के तौर पर 1.5 लाख रूपए का चेक भिजवाया है। बता दें कि मधु नाम के इस युवक को पलक्कड़ के पास के जंगल में भीड़ ने बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। आदिवासी युवक का जुर्म सिर्फ इतना था कि वह चावल चुराने गया था। चावल चोरी करते वक्त कुछ लोगों ने देख लिया फिर भीड़ ने युवक को बंधक बनाकार पीटा और उसकी जान ले ली थी।
सहवाग ने पहले भी किया था इस मामले पर ट्वीट
वीरेंद्र सहवाग ने 24 फरवरी को इस घटना को लेकर एक ट्वीट भी किया था। जिसके बाद सहवाग को माफ़ी मंगनी पड़ी थी। दरअसल सहवाग द्वारा किये गए इस ट्वीट में आदिवासी पुरुष की भीड़ द्वारा हत्या किए जाने की निंदा की थी। इस मामले में सहवाग ने ट्वीट कर कहा था कि यह सभ्य समाज के लिए कलंक की तरह है। उन्होंने ट्वीट पर तीन आरोपियों के नाम भी लिखे थे जो की मुस्लिम थे। जिसके बाद से यह व्यापक रूप से मुसलमानों द्वारा एक हिन्दू की हत्या का मामला लगने लगा था। जिस पर ज्यादातर यूजर्स ने उन्हें कहा था कि इस भयावह अपराध के पीछे आप धर्म क्यों देख रहे हैं। कई आरोपियों में से आपने सिर्फ तीन लोगों के नाम को चुना गया है। पुलिस इस मामले में अभी तक 16 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
अपने ट्वीट के लिए सहवाग ने मांगी थी माफ़ी
हालांकि बाद में सहवाग ने बाद में इस मामले में बाद में माफी मांग ली थी। सहवाग ने दूसरे ट्वीट पर लिखा था कि, गलती को नहीं मानना दूसरी गलती है, मैं माफी चाहूंगा कि मुझसे और लोगों के नाम अधूरी जानकारी की वजह से छूट गए मैं इसके लिए तहेदिल से माफी मांगता हूं, लेकिन मेरा ट्वीट किसी भी तरह से सांप्रदायिक नहीं था। हत्यारे धार्मिक रूप से अलग भले हों लेकिन हिंसक मानसिकता की वजह से वे एक हैं। बता दें यह पहला मौका नहीं है जब सहवाग ने इस तरह से आगे आकर किसी की मदद की है। पिछले साल दिसम्बर में एक ट्वीट करके एक लड़के को असली हीरो बताया था। जिसने टूटी पटरियां देखकर सही समय पर अपनी लाल शर्ट दिखा कर सैकड़ों ट्रेन यात्रियों की जान बचाई थी।