धर्म के विवाद के बीच सामने आई राहुल की भोलेनाथ पर ऐसी आस्था

धर्म के विवाद के बीच सामने आई राहुल की भोलेनाथ पर ऐसी आस्था

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-30 03:23 GMT
धर्म के विवाद के बीच सामने आई राहुल की भोलेनाथ पर ऐसी आस्था

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी अब जल्द ही कांग्रेस के "प्रेसिडेंट" बनने वाले हैं। गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव के नतीजों से पहले राहुल गांधी की ताजपोशी होनी है। इसी के साथ राहुल नेहरू-गांधी परिवार के 5वें शख्स होंगे, जो ये जिम्मेदारी संभालेंगे। इन सबके बीच एक बात सामने आ रही है और वो है राहुल की "शिवभक्ति"। कहा जा रहा है कि राहुल भगवान शिव के बड़े भक्त हैं, इसलिए प्रेसिडेंट के लिए नॉमिनेशन फाइल करने के लिए भी राहुल ने सोमवार का ही दिन चुना है। सोमवार को भगवान शिव का दिन माना जाता है। आपको बता दें कि राहुल गांधी 4 दिसंबर को नॉमिनेशन फाइल करेंगे और इसी दिन सोमवार पड़ रहा है।


प्रेसिडेंट का ऐलान भी सोमवार को

सोमवार के दिन यानी 4 दिसंबर को राहुल गांधी "कांग्रेस प्रेसिडेंट" के लिए नॉमिनेशन फाइल करने कांग्रेस हेडक्वार्टर जाएंगे। अगर किसी और ने प्रेसिडेंट पद के लिए पर्चा नहीं भरा, तो 11 दिसंबर को ही राहुल के प्रेसिडेंट बनने का ऑफिशियल अनाउंसमेंट भी कर दिया जाएगा। संयोग से 11 दिसंबर को भी सोमवार यानी "भोले बाबा" का दिन पड़ रहा है।

 



खुद को शिवभक्त बता चुके हैं राहुल

हाल ही में गुजरात दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने पाटन के वीर मेघमाया मंदिर के दर्शन किए थे। इस दौरान राहुल ने खुदको "शिवभक्त" बताया था। राहुल से जब मंदिरों के दर्शन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि "मैं शिव का भक्त हूं और सच्चाई में विश्वास रखता हूं। बीजेपी जो भी कहे मैं सच्चाई में विश्वास रखता हूं।" इससे पहले भी राहुल कई बार केदारनाथ से लेकर बाबा विश्वनाथ तक के दर्शन कर चुके हैं। इस लिहाज से माना जा रहा है कि राहुल ने सोमवार का दिन भी अपनी "शिवभक्ति" की वजह से ही चुना।

लोगों ने कहा था कि 3 दिसंबर को ही भर दें पर्चा

कांग्रेस की इलेक्शन अथॉरिटी ने प्रेसिडेंट पद के लिए नॉमिनेशन फाइल करने के लिए 1 से 4 दिसंबर तक की तारीख तय की थी। बताया जा रहा है कि 1 और 2 दिसंबर को राहुल केरल में रहेंगे। क्योंकि इस दिन कांग्रेस के सीनियर लीडर रमेश चेनिथल्ला की पद यात्रा का समापन होना है और राहुल इसी कार्यक्रम में शामिल होंगे। ऐसे में नॉमिनेशन फाइल करने के लिए राहुल के पास 3 और 4 दिसंबर का ही समय है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस के कई नेताओं ने राहुल को 3 दिसंबर को ही प्रेसिडेंट पद के लिए नॉमिनेशन फाइल करने को कहा था। इसके पीछे वजह बताई गई थी कि 3 दिसंबर को रविवार है और छुट्टी होने के कारण मीडिया कवरेज भी अच्छा मिलेगा, लेकिन 4 दिसंबर की तारीख राहुल ने खुद तय की है।

 



4 तारीख को भी करेंगे भोले बाबा के दर्शन

4 दिसंबर को सोमवार है और भोले बाबा का दिन है। राहुल भी भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त हैं। बताया जा रहा है कि 4 दिसंबर को नॉमिनेशन फाइल करने से पहले राहुल भोले बाबा का आशीर्वाद लेंगे। इसके बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन करेंगे। इतना सब होने के बाद राहुल अपने सपोटर्स के साथ कांग्रेस हेडक्वार्टर जाकर प्रेसिडेंट पद के लिए नॉमिनेशन फाइल करेंगे। 4 दिसंबर नॉमिनेशन फाइल करने का आखिरी दिन है और इसी दिन राहुल भी अपना पर्चा भरेंगे। इसके बाद अगले हफ्ते यानी 11 दिसंबर को प्रेसिडेंट पद का अनाउंसमेंट किया जाएगा।

नेहरू-गांधी परिवार के 5वें शख्स होंगे राहुल

 

 

कांग्रेस के प्रेसिडेंट बनते ही राहुल गांधी नेहरू-गांधी परिवार के 5वें शख्स बन जाएंगे, जो इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। उनसे पहले इस परिवार से मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी इस पद को संभाल चुकी हैं। बता दें कि राहुल से पहले उनकी मां सोनिया गांधी 19 साल से इस पद को संभाल रहीं हैं। अपने पति और फॉर्मर प्राइम मिनिस्टर राजीव गांधी की मौत के 7 साल बाद यानी 1998 में कांग्रेस प्रेसिडेंट बनीं थीं। 

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