जीएसटी लॉन्च में सपा के शामिल होने पर फिलहाल संशय

जीएसटी लॉन्च में सपा के शामिल होने पर फिलहाल संशय

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-30 08:29 GMT
जीएसटी लॉन्च में सपा के शामिल होने पर फिलहाल संशय

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली. शुक्रवार रात संसद के केंद्रीय हॉल में होने वाले जीएसटी लॉन्च के भव्य समारोह का कई बड़ी पार्टियों ने बहिष्कार कर दिया हैं। वहीं फिलहाल समाजवादी पार्टी के इस समारोह में सामिल होने पर असमंजस की स्थिति बनीं हुई है।

सपा के वरिष्ठ नेता नरेश अग्रवाल ने कहा आज(30 जून) आधी रात को होने वाले जीएसटी लॉन्च कार्यक्रम में शामिल होने पर फिलहाल पार्टी ने फैसला नहीं लिया हैं। लेकिन शाम तक पार्टी इस विचार कर फैसला ले लेगी। वहीं राज्यसभा के सांसद ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उनकी पार्टी जीएसटी का विरोध करती है और इसका समर्थन नहीं करती। गुरूवार को अग्रवाल ने जीएसटी को एक "काला कानून" कहा था। और इसे जो "देश में ईस्ट इंडिया कंपनी की पुन: स्थापना के समान" बताया था।

हालांकि उनके सहयोगी, वरिष्ठ पार्टी नेता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि सपा हमेशा कर सुधार के पक्ष में रही है। पार्टी ने इसे संसद में और साथ ही विधानसभा में समर्थन दिया था। वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बारे में भी ऐसी ही अस्पष्टता भी थी। बसपा ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मायावती दिल्ली नहीं गईं है और लखनऊ में ही हैं। हालांकि वरिष्ठ बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा नई दिल्ली में हैं।

गौरतलब है कि कांग्रेस और वाम दलों सहित कई पार्टियों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्षी दलों से जीएसटी लॉन्च कार्यक्रम को छोड़ने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है।

उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि हर राजनीतिक दल संसद के केंद्रीय हॉल में आयोजित होने वाले लांच कार्यक्रम में भाग लेने पर अपने निर्णय पर पुनर्विचार नहीं करेगा।"जीएसटी, आजादी के बाद से सबसे बड़ा कर सुधार के रूप में बिल किया जा रहा है। और सभी क मिलकर भारत के लिए एक एकल बाजार बनाना होगा।

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