ताजमहल विवाद : योगी-मोदी की समझाइश के बाद यूपी के दो दिग्गज बहस में कूदे

ताजमहल विवाद : योगी-मोदी की समझाइश के बाद यूपी के दो दिग्गज बहस में कूदे

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-18 13:38 GMT
ताजमहल विवाद : योगी-मोदी की समझाइश के बाद यूपी के दो दिग्गज बहस में कूदे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा ताजमहल को भारतीय सांस्कृतिक विरासत बताए जाने और पीएम मोदी द्वारा प्राचीन धरोहरों के सम्मान करने की समझाइश के एक दिन बाद यूपी के दो दिग्गज इस घमासान में फिर कूद पडे़ हैं। एक ओर बीजेपी सांसद विनय कटियार ने ताजमहल को एक हिंदू मंदिर बताया है, जिसे मुगल शासकों ने तोड़ कर ताजमहल का रूप दे दिया। वहीं समाजवादी पार्टी नेता आजम खान ने आशंका जताई है कि बाबरी मस्जिद की तरह एक दिन ताजमहल को भी डायनामाइट से उड़ा दिया जाएगा। 

 

ताजमहल के हिंदू मंदिर होने के अनेक प्रमाण
विनय कटियार ने कहा कि अगर प्रमाण की बात की जाए तो वहां ऐसे अनेक प्रणाम मौजूद हैं, जिनसे साबित हो जाएगा कि यह हिंदू मंदिर था। ताजमहल में हिंदू देवी देवताओं के सभी चिह्न मौजूद हैं। वहां एक शिवलिंग स्थापित था, जिस पर ऊपर से पानी टपका करता था। बाद में वहां से शिव लिंग हटा दिया गया और समाधि स्थापित कर दी गई। सन 1990 के शुरूआती दिनों में आयोध्या में राम मंदिर निर्माण अभियान के प्रमुख चेहरे रहे विनय कटियार ने यह भी कहा कि मुगलों ने हिंदुओं के सभी उपासना स्थलों को नष्ट कर दिया।

 

आजम ने कहा ताज को भी उड़ा दिया जाएगा
इस विवाद को और हवा देते हुए आजम खान ने कहा है कि बाबरी मस्जिद की तरह ताजमहल को भी एक दिन डायनामाइट से उड़ा दिया जाएगा। खान ने कहा, "देश में बाबरी मस्जिद ढहाने जाने से पहले बना माहौल एक दिन में नहीं बन गया। पहले यह कई साल भीतर ही भीतर सुलगता रहा। इस मामले पर नजदीकी नजर रखने वाले लोग जानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट का स्टे था, हाईकोर्ट का स्टे था, तत्कालीन मुख्यमंत्री का कोर्ट में हलफनामा था, इसके बाद भी 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद ध्वस्त कर दी गई। एक दिन ताजमहल को भी नष्ट कर दिया जाएगा।" उन्होंने कहा कि यह लीपापोती इसलिए हो रही, क्योंकि पूरी दुनिया का दबाव है। दुनिया के सातवें अजूबे के रूप में जाना जाता है, सिर्फ इसी वजह से ताजमहल बचा हुआ है।

 

संगीत सोम के बयान से उठा था विवाद

ताजमहल पर राजनीति तब गर्म हो गई जब उत्तर पश्चिमी प्रदेश में सरधना से विधायक संगीत सोम ने कहा था कि ताजमहल भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व नहीं करता क्योंकि इसे मुगलों ने बनवाया था। मुगलों को धोखेबाज बताते हुए उन्होंने कहा था कि वे हिंदुओं को नष्ट कर देना चाहते थे। उन्होंने सवाल किया कि ऐसे में उनका बनाया स्मारक भारतीय संस्कृति का कैसे प्रतिनिधित्व कर सकता है?

 

योगी ने किया विवाद को शांत करने का प्रयास
संगीत सोम के बयान के बाद उन पर विपक्षी दलों ने हमला बोल दिया था। इसके बाद कल यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस विवाद में शामिल हो गए। उन्होंने पार्टी विधायक संगीत सोम से अलग जाते हुए बयान दिया। उन्होंने कहा, "यह महत्वपूर्ण नहीं है कि ताजमहल किसने और क्यों बनाया। महत्वपूर्ण यह है कि इसे बनाने में भारतीय श्रमिकों ने अपना पसीना बहाया है। इसलिए यह हमारे लिए राष्ट्रीय स्मारक है। इसके संरक्षण की जम्मेदारी हमारी है।"

बता दें कि इस महीने की शुरुआत में यूपी सरकार ने राज्य के टूरिस्ट स्पाट्स को प्रमोट करने वाली बुकलेट से ताजमहल को बाहर कर दिया था। 

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