राम मंदिर निर्माण के लिए चुना जाएगा संसद का रास्ता: केशव प्रसाद

राम मंदिर निर्माण के लिए चुना जाएगा संसद का रास्ता: केशव प्रसाद

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-20 07:18 GMT
राम मंदिर निर्माण के लिए चुना जाएगा संसद का रास्ता: केशव प्रसाद
हाईलाइट
  • मौर्य ने कहा कि जब हमारे पास मजबूत संख्याबल होगी तो हम इसका सदुपयोग करेंगे
  • दुरुपयोग नहीं।
  • राम मंदिर के लिए चुनेंंगे विधायिका का रास्ता।
  • लोगों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भरोसा।

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। राम मंदिर निर्माण को लेकर उत्तरप्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य विधायिका का रास्ता चुनने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी और कोई रास्ता न दिखा तो केंद्र सरकार अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए विधायिका का रास्ता चुन सकती है। अभी हमारे पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है। हम इस मामले को लोकसभा में तो ला सकते हैं, मगर राज्यसभा में हमारे पर संख्याबल कम है। हमें संसद ते दोनों सदनों में मजबूत होना होगा, इसलिए हो सकता है हमें कोई दूसरा रास्ता निकालना पड़ जाए। राम मंदिर का निर्माण करना विश्व हिन्दू परिषद् के महान नेता अशोक सिंघल, महंत रामचंद्र दास परमहंस और अपनी जान देने वाले कारसेवकों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

 

 


 

मौर्य ने कहा कि जब हमारे पास मजबूत संख्याबल होगा तो हम इसका सदुपयोग करेंगे, दुरुपयोग नहीं। उन्होंने कहा कि मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में होनी है। मौर्य ने एससी-एसटी संशोधन विधेयक को लेकर कहा कि इस विधेयक को लाकर सरकार की मंशा किसी को भी परेशान करने की नहीं है। राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में मैं यह कह सकता हूं कि कोई फर्जी मुकदमा दर्ज नहीं किया जाएगा और न ही किसी को बिना किसी कारण परेशान किया जाएगा। लेकिन अगर कोई व्यक्ति किसी अनुसूचित जाति या जनजाति समुदाय के लोगों के साथ गलत हरकत करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। मौर्य ने कहा कि मंदिर निर्माण पर जल्द ही सुप्रीम कोर्ट का फैसला आएगा। हमें कोर्ट पर पूरा भरोसा है। 

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