ट्रांसपोर्ट यूनियन की हड़ताल का आज दूसरा दिन, दूध-सब्जी की किल्लत

ट्रांसपोर्ट यूनियन की हड़ताल का आज दूसरा दिन, दूध-सब्जी की किल्लत

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-21 04:26 GMT
हाईलाइट
  • ट्रांसपॉर्ट यूनियन की हड़ताल का दूसरा दिन
  • दूध सब्जियों और अन्य उपयोगी चीजों पर खासा प्रभाव
  • दैनिक उपभोग की चीजों की किल्लत

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। देश के कई हिस्सों में पहले दिन ही ट्रांसपोर्ट यूनियन की हड़ताल का असर दखने को मिला, शुक्रवार को डीजल की बढ़ती कीमतों और जीएसटी को लेकर यह हड़ताल शुरू हुई जो आज दूसरे दिन भी जारी है। ऑल इंडिया मोटर्स ट्रांसपॉर्ट कांग्रेस (AIMTC) की हड़ताल से शहरों में दूध और सब्जियों की सप्लाई पर खासा प्रभाव पड़ रहा है। इस हड़ताल के चलते 90 लाख ट्रकों के पहिये थमे रहे।

 

 

 

ई-वे बिल को आसान बनाया जाए
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि ई-वे बिल को सरल बनाया जाए और डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाए साथ ही यह मांग भी की जा रही है कि राजमार्गों को टोल मुक्त किया जाए ताकी तेज गति से ट्रांसपोर्ट हो सके। अपनी इन मांगों को लेकर ट्रक एसोसिएशन लंबे समय से सरकार के सामने अपना पक्ष रख रहे हैं, लेकिन उनके हाथ अब तक सिर्फ निराशा ही लगी है।

 

 

 

 

नही निकला बैठक का ठोस नतीजा
हड़ताल के पहले AIMTC के पद अधिकारियों ने वित्त मंत्री पीयूष गोयल के साथ बैठक की थी लेकिन इसका कोई संतोषजनक परिणाम नही निकला। यूनियन के सदस्यों का कहना है कि, "हम सरकार से मिले भरोसे से संतुष्ट नहीं हैं।" ई-वे बिल को लेकर भी असंतुष्टी है अगर बिल फाइल करने में थोड़ी भी चूक हो जाती है तो बड़ा जुर्माना भुगतना पड़ता है। 

 

 

 

 


अविश्वास प्रस्ताव के दौरान भी डीजल और पेट्रोल पर बहस
कल संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान भी डीजल और पेट्रोल को जीएसटी के अंतर्गत लाने पर चर्चा हुई जिसका जवाब खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिया। मोदी ने कहा कि यूपीए के समय भी प्रस्तावित जीएसटी से डीजल और पेट्रोल को अलग रखा गया था।

 

 

 

 

 

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