पिस्तौल लेकर लड़का बना रहा था टिक टॉक का वीडियो, गोली लगने से मौत

पिस्तौल लेकर लड़का बना रहा था टिक टॉक का वीडियो, गोली लगने से मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-14 11:37 GMT
पिस्तौल लेकर लड़का बना रहा था टिक टॉक का वीडियो, गोली लगने से मौत
हाईलाइट
  • पिस्तौल का ट्रिगर दबने से प्रतीक नाम के एक 17 वर्षीय किशोर की मौत हो गई
  • प्रतीक मोबाइल एप टिक टॉक के लिए एक क्लिप बना रहा था
  • प्रतीक अपने रिश्तेदारों के साथ एक अंतिम संस्कार में शामिल होने आया था

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मोबाइल ऐप टिक टॉक के लिए एक क्लिप बनाते समय पिस्तौल का ट्रिगर दबने से प्रतीक नाम के एक 17 वर्षीय किशोर की मौत हो गई। ये हादसा शिरडी के पवन धाम होटल में हुआ। आनन-फानन में प्रतीक को सरकार अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और 307 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि प्रतीक और उनके रिश्तेदार - सनी पवार (20), नितिन वाडेकर (27), एक 11 वर्षीय लड़का और एक अन्य युवक शिरडी में थे। ये सभी लोग एक परिवार के एक सदस्य के अंतिम संस्कार के लिए यहां आए थे। इस दौरान अपने होटल के कमरे में बैठकर उन्होंने एक देसी पिस्तौल के साथ मोबाइल फोन पर एक वीडियो शूट करने का फैसला किया। ये पिस्तौल प्रतीक के रिश्तेदारों में से एक लेकर आए थे। वह इस वीडियो को शूट कर लोकप्रिय वीडियो-शेयरिंग ऐप टिक टॉक पर अपलोड करना चाहते थे।

शिरडी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर अनिल काटके ने कहा कि वीडियो शूट करते समय पिस्तौल का ट्रिगर गलती से दब गया और गोली प्रतिक को जा लगी। इंस्पेक्टर काटके ने कहा कि पुलिस प्रतीक को सरकारी अस्पताल ले गई जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। शिरडी पुलिस ने कहा, "हम माता-पिता से अनुरोध करते हैं कि वे अपने बच्चों को टिक टॉक जैसे ऐप का उपयोग करने से रोकें। मुख्य आरोपी, पीड़ित के दोस्त से पूछताछ की गई है। अवैध हथियार रखने की जांच जारी है।"

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या की कोशिश) के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी सनी पवार और नितिन वाडेकर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अन्य रिश्तेदार का पता नहीं चल पाया है। चौथा आरोपी नाबालिग है।

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