हल्के-फुल्के अंदाज में लवलीना से बोले पीएम मोदी- आपका जन्म गांधी जयंती पर हुआ, पर आप अपने घूंसों के लिए फेमस हैं

हल्के-फुल्के अंदाज में लवलीना से बोले पीएम मोदी- आपका जन्म गांधी जयंती पर हुआ, पर आप अपने घूंसों के लिए फेमस हैं

Bhaskar Hindi
Update: 2021-08-04 17:09 GMT
हल्के-फुल्के अंदाज में लवलीना से बोले पीएम मोदी- आपका जन्म गांधी जयंती पर हुआ, पर आप अपने घूंसों के लिए फेमस हैं
हाईलाइट
  • लवलीना का पदक पिछले नौ वर्षों में भारत का ओलंपिक मुक्केबाजी में पहला पदक है
  • लवलीना को पीएम ने टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दी
  • लवलीना ने टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बॉक्सर लवलीना बोर्गोहेन से बात की और उन्हें टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दी। बोर्गोहेन को बुधवार को महिला वेल्टरवेट वर्ग (69 किग्रा) के सेमीफाइनल में तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली से 5-0 से हार का सामना करना पड़ा और ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। लवलीना का पदक पिछले नौ वर्षों में भारत का ओलंपिक मुक्केबाजी में पहला पदक है।

कम ही लोग जानते हैं कि भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहेन और महात्मा गांधी का जन्मदिन एक ही दिन आता है। लवलीना से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि जहां महात्मा गांधी ने अहिंसा पर जोर दिया, वहीं आप अपने घूंसे के लिए मशहूर हैं। पीएम ने ट्वीट किया, वेल फॉट लवलीना बोर्गोहेन! बॉक्सिंग रिंग में उनकी सफलता ने कई भारतीयों को प्रेरित किया। उनका तप और दृढ़ संकल्प सराहनीय है। उन्हें कांस्य जीतने पर बधाई। उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं। #Tokyo 2020

23 वर्षीय लवलीना बोर्गोहेन असम की रहने वाली हैं। उन्होंने मार्च में एशिया और ओशिनिया बॉक्सिंग ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में अपने विजयी अभियान के बाद ओलंपिक बर्थ को सील किया था। हालांकि इसके तुरंत बाद वह कोरोनावायरस से संक्रमित हो गई थी। इस वजह से वह ओलंपिक के लिए ठीक तरह से अपनी तैयारी नहीं कर पाई थीं। बुधवार को वह टोक्यो ओलंपिक में तुर्की की वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर बुसेनाज़ सुरमेनेली से 69 किग्रा महिला मुक्केबाजी का सेमीफाइनल बाउट हार गईं। क्वॉर्टर फाइनल में लवलीना हालांकि चीनी ताइपै की पूर्व विश्व चैंपियन नीन चिन चेन को हराकर पहले ही पदक पक्का कर चुकी थीं। 

लवलीना अपने पदक का रंग बदलने में विफल रही, लेकिन विजेंदर सिंह (2008) और एमसी मैरी कॉम (2012) के बाद मेडल हासिल करने वाली तीसरी भारतीय मुक्केबाज बन गईं। विजेंदर और मैरीकोम दोनों ने कांस्य पदक जीते थे। टोक्यो गेम्स में लवलीना ने भारत को तीसरा पदक दिलाया। इससे पहले भारोत्तोलन में मीराबाई चानू ने रजत जबकि बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने कांस्य पदक जीता। लवलीना का पदक पिछले नौ वर्षों में भारत का ओलंपिक मुक्केबाजी में पहला पदक है।

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