32 साल पहले तमिलनाडु की असेंबली में खींची गई थी जयललिता की साड़ी, बदल दी थी राज्य की सियासत

32 साल पहले तमिलनाडु की असेंबली में खींची गई थी जयललिता की साड़ी, बदल दी थी राज्य की सियासत

Bhaskar Hindi
Update: 2021-03-26 04:53 GMT
32 साल पहले तमिलनाडु की असेंबली में खींची गई थी जयललिता की साड़ी, बदल दी थी राज्य की सियासत

डिजिटल डेस्क,मुंबई। तमिलनाडु में चल रहे चुनावी घमासान के बीच कंगना रनौत की फिल्म "थलाइवी" का ट्रेलर रिलीज हो गया है। ट्रेलर में एक सीन जयललिता पर हुए हमले को लेकर भी दिखाया गया है। 32 साल पहले 25 मार्च 1989 को तमिलनाडु असेंबली में जयललिता के ऊपर हमला हुआ था,जिसमें उनकी साड़ी का पल्लू खींचा गया था। हमले के बाद तमिलनाडु की पूरी सियासत ही बदल गई और बदले की आग ने जयललिता को मुख्यमंत्री बना दिया।

 

क्या हुआ था 32 साल पहले 

  • सालों बाद तमिलनाडु में जयललिता और  करुणानिधि के बगैर विधानसभा चुनाव हो रहे है। बहुत कुछ बदला सा लग रहा है।
  • इस चुनावी उठापटक के बीच कंगना की फिल्म थलाईवी का ट्रेलर रिलीज किया गया है, जिसमें वो जयललिता का किरदार निभा रही है।
  • इस ट्रेलर में 32 साल पहले विधानसभा में जयललिता पर हुए हमले की कहानी को दिखाया गया।
  • दरअसल, 25 मार्च साल 1989 को तमिलनाडु असेंबली में बजट पेश किया जा रहा था। उस वक्त की डीएमके प्रमुख मुख्यमंत्री करुणानिधि ने जैसे ही सदन में बजट भाषण पढ़ना शुरू किया तो कांग्रेस विधायकों ने प्वाइंट ऑफ ऑर्डर उठाया।
  • कांग्रेस विधायकों ने प्वाइंट ऑफ ऑर्डर उठाते हुए कहा कि, पुलिस विपक्ष की नेता यानि की जे जयललिता के खिलाफ अलोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है,जिसके बाद जयललिता ने भी सदन में उठकर कहा कि, मुख्यमंत्री के आदेश से पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की है और उनके फोन को लगातार टैप किया जा रहा है।
  • दोनों पक्ष की बातें सुनकर विधानसभा स्पीकर ने कहा कि, इस मुद्दे पर बात करने की अभी अनुमति नहीं हैं, क्योंकि इस वक्त बजट पेश किया जा रहा है। 
  • लेकिन स्पीकर की ये बात सुनकर विपक्ष के सदस्य बेकाबू हो गए और AIADMK के सदस्य चिल्लाते हुए सदन के वेल में पहुंच गए।
  • इन सब के बीच मुख्यमंत्री करुणानिधि को विपक्ष के एक सदस्य ने धक्का देने की कोशिश की तो सीएम का चश्मा फर्श पर गिरकर टूट गया।AIADMK के एक विधायक ने बजट के पन्नों को फाड़ दिया और स्पीकर ने सदन को स्थगित कर दिया।
  • घटना चल रही थी और जयललिता असेंबली से बाहर जाने के लिए खड़ी हुई तो, उसी वक्त एक डीएमके सदस्य ने उन्हें बाहर निकलने से रोका और इस कोशिश में जयललिता की साड़ी का पल्लू गिरा और जयललिता भी जमीन पर गिर पड़ी, जिसके बाद पार्टी विधायकों का गुस्सा फूट पड़ा। इसके बाद डीएमके और AIADMK विधायको के बीच जमकर झड़प हुई।
  • AIADMK सदस्य ने DMK के सदस्यों से किसी तरह जयललिता को छुड़वाया और अपने साथ सदन में हुई अभद्रता से जयललिता काफी आक्रोशित हो गई थी। जयललिता ने उसी वक्त प्रतिज्ञा ली की, वो उस सदन में दोबारा तभी कदम रखेंगी जब राज्य महिलाओं के लिए सुरक्षित हो जाए और अब सीएम बनकर ही सदन में आएंगी। 
  • करुणानिधि के सामने जयललिता के अपमान की घटना ने राज्य की सियासत में बड़ा परिवर्तन किया और जनता के बीच डीएमके को लेकर नकारात्मक संदेश चला गया।
  • विधानसभा में हुई इस बदसलूकी के सिर्फ 2 साल बाद 1991 में तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव हुए. और जयललिता के नेतृत्व वाले एआईएडीएमके और कांग्रेस गठबंधन ने राज्य की 234 सीटों में से 225 पर जीत हासिल कर ली। इस तरह जयललिता पहली बार राज्य की मुख्यमंत्री बनीं। 

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