हरियाणा विधानसभा में आज सरकार की परीक्षा, जानिए क्या है समीकरण?

हरियाणा विधानसभा में आज सरकार की परीक्षा, जानिए क्या है समीकरण?

Bhaskar Hindi
Update: 2021-03-09 19:11 GMT
हरियाणा विधानसभा में आज सरकार की परीक्षा, जानिए क्या है समीकरण?

डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा में आज BJP-जेजेपी सरकार की परीक्षा होने जा रही है। किसान आंदोलन के मुद्दे पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस हरियाणा विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव ला रही है। इस पर करीब 2 घंटे तक सदन में बहस होगी और उसके बाद हेडकाउंट के माध्यम से वोटिंग की जाएगी। इस बीच जेजेपी के विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि 15 दिनों में किसानों के मुद्दे का हल कर देना चाहिए नहीं तो फिर हमें अपना समर्थन वापस ले लेना चाहिए।

किसान संगठन ने वीडियो के साथ-साथ पत्र लिखकर हरियाणा के सभी विधायकों से विधानसभा में लाए गए बीजेपी-जेजेपी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में वोटिंग करने की अपील की है। इतना ही नहीं किसान संगठनों ने सभी विधायकों से कहा है कि वे अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में खड़े होकर खट्टर सरकार को बताएं कि लोग किसान आंदोलन के साथ खड़े हैं। किसानों के हक के लिए सरकार को सबक सिखाएं। इसके चलते विधायक कशमकश में फंसे हुए हैं।

यहीं वजह है कि भाजपा, जननायक जनता पार्टी और हरियाणा कांग्रेस ने अपने संबंधित विधायकों को व्हिप जारी कर सदन में उपस्थित रहने को कहा है। ऐसे में व्हिप के बाद पार्टी लाइन से हटकर कोई विधायक अगर वोटिंग करता है या अनुपस्थित रहता है तो उसकी सदस्यता निरस्त हो सकती है।

क्या है विधानसभा में समीकरण?

  • हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में से अभी 88 सिटिंग विधायक हैं।
  • अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष या विपक्ष में कुल 45 वोट होने चाहिए
  • कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं और सत्ता में बैठी बीजेपी के पास 40 विधायक हैं।
  • बीजेपी को समर्थन दे रही सहयोगी जेजेपी के पास 10 विधायक हैं।
  •  5 निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार को समर्थन दे रखा है।
  • 2 निर्दलीय विधायक सरकार से समर्थन वापस ले चुके हैं।
  • हरियाणा की गठबंधन सरकार का दावा है कि उनके पास कुल 55 विधायक हैं

क्या कहा हरियाणा के गृह और स्वास्थ मंत्री ने?
हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि अगर कांग्रेस को अविश्वास प्रस्ताव लेकर आना है तो उन्हें कांग्रेस आलाकमान के खिलाफ लेकर आना चाहिए। क्योंकि कांग्रेस के नेताओं को अपने आलाकमान पर ही विश्वास नहीं है। अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव सदन में बुरी तरह से गिरेगा। वहीं हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि इस वक्त सिटिंग विधायकों की संख्या के हिसाब से अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष या विपक्ष में कुल 45 वोट होने चाहिए। 

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