असम ने सभी राज्यों से लचित बरफुकान पर अध्याय शामिल करने का आग्रह किया

असम सरकार असम ने सभी राज्यों से लचित बरफुकान पर अध्याय शामिल करने का आग्रह किया

IANS News
Update: 2022-08-04 15:30 GMT
असम ने सभी राज्यों से लचित बरफुकान पर अध्याय शामिल करने का आग्रह किया

डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। असम सरकार ने सभी राज्य सरकारों से 17वीं सदी के असम के युद्ध नायक बीर लचित बरफुकान पर शैक्षणिक पाठ्यक्रम में एक अध्याय को शामिल करने का अनुरोध किया है। अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अन्य राज्यों के अपने समकक्षों को पत्र लिखकर स्कूलों और कॉलेजों के पाठ्यक्रम में लचित बरफुकन पर एक अध्याय शामिल करने का अनुरोध किया है। यह पत्र असम सरकार द्वारा 17वीं सदी के महान अहोम सेना के जनरल की 400वीं जयंती के वर्ष भर चलने वाले उत्सव से संबंधित पहलों की श्रृंखला में से एक है।

मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि लचित बरफुकान की वीरता की गाथा इस महान अहोम सेनापति के कारनामों पर हर भारतीय में गर्व की भावना पैदा करते हुए दूर-दूर तक फैले। सरमा ने एक पत्र में कहा, यह उल्लेखनीय है कि 1671 में सरायघाट की लड़ाई में, लचित बोरफुकन ने बुरी तरह से बीमार होने के बावजूद, अपनी सेना को एक शानदार जीत के लिए नेतृत्व किया। उनकी अटूट वीरता और दृढ़ संकल्प ने सुनिश्चित किया कि पूर्वोत्तर क्षेत्र की संस्कृति, पहचान और विशिष्टता बरकरार रहे।

मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में कहा है कि देशभक्ति और मातृभूमि के प्रति प्रेम का एक ज्वलंत उदाहरण होने के बावजूद देश के कई हिस्सों में बरफुकान की उपलब्धियां तुलनात्मक रूप से अज्ञात हैं। लचित बरफुकान के इतिहास और वीरता को पाठ्यक्रम में शामिल करने का अपने समकक्षों से अनुरोध करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे युवाओं में देशभक्ति के आदशरें का प्रसार होगा और उन्हें राष्ट्र की सेवा के लिए खुद को समर्पित करने की प्रेरणा मिलेगी।

बरफुकान अहोम वंश के एक प्रसिद्ध जनरल थे जिन्होंने ऐतिहासिक सरायघाट युद्ध में औरंगजेब की सेना को हराया था और यह हार उत्तर पूर्व भारत में मुगलों की विस्तारवादी नीतियों के ताबूत में अंतिम कील साबित हुई थी। बरफुकान की याद में राज्य सरकार कामरूप जिले में अलाबोई युद्ध स्मारक और जोरहाट में लचित बरफुकान मैदान का निर्माण कर रही है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने फरवरी में गुवाहाटी में एक समारोह में लचित बरफुकान की 400 वीं जयंती के साल भर चलने वाले समारोह का उद्घाटन किया।

 

(आईएएनएस)

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