पप्पू को लेकर सदन में वार पलटवार, किसने किसको बनाया असल में पप्पू? सदन में बना चर्चा का विषय

बजट सत्र पप्पू को लेकर सदन में वार पलटवार, किसने किसको बनाया असल में पप्पू? सदन में बना चर्चा का विषय

Dablu Kumar
Update: 2023-02-09 04:15 GMT
पप्पू को लेकर सदन में वार पलटवार, किसने किसको बनाया असल में पप्पू? सदन में बना चर्चा का विषय

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बुधवार को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा सदन में केंद्र सरकार को घेरने की पुरजोर कोशिश की। उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि, "राहुल गांधी ने साबित कर दिया कि आप जितना चाहो राहुल गांधी को पप्पू बनाने की कोशिश कर लो। राहुल गांधी ने खुद आपको पप्पू बना दिया। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने अधीर रंजन को बीच में टोकते हुए कहा कि, "माननीय अध्यक्ष जी.. वह (अधीर रंजन) एक माननीय सांसद को पप्पू नहीं कह सकते हैं।" अमित शाह के इस बयान के बाद सदन में खूब ठहाके लगे। 

हालांकि, इसके जवाब में अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "आप जानते हैं कि मैंने किस संदर्भ में कहा।" संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना बगैर उन पर खूब तंज कसा। संसद सत्र के दौरान पीएम मोदी कभी शायराना अंदाज में तो कभी कहानी सुनाकर यूपीए सरकार की चुटकी ली। 

ये हिंडनबर्ग पेपर में आया। हम क्या करें?

सदन में बीजेपी पर तंज कसते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि,"राहुल गांधी का निशाना सही जगह लगा है। इस देश में कभी एक इंडस्ट्रलिस्ट के लिए कोई पार्टी कभी पैरवी कर चुकी है क्या? ये हिंडनबर्ग पेपर में आया। हम क्या करें? हमें जो मिला है उसी की बदौलत हम इस मुद्दे को उठा रहे हैं। हम अडानी की बात करते हैं तो आप गरम हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि आप भले ही मजाक उड़ा सकते हो, लेकिन राहुल गांधी की बात पर सारे हिंदुस्तान में चर्चा हो रही है।"

अधीर रंजन चौधरी ने कही ये बातें

इसके अलावा कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने चीन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि 1962 में भारत- चीन का युद्ध हुआ था, तब अटल बिहारी वाजपेयी के अनुरोध करने पर प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू सदन में चर्चा के लिए सहमत हुए थे, लेकिन आज की भाजपा सरकार भारत में हुए चीनी घुसपैठ पर बहस करने तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि, 'कुछ दिन पहले कि बात है जब दिल्ली में डीजी और आईजी की बैठक हुई थी जिसमें पुलिस अधिकारियों ने एक रिसर्च पेपर पेश किया था। इसमें साफ तौर पर कहा गया था कि पहले सैनिक पूर्वी लद्दाख में 65 प्वाइंट पर पेट्रोलिंग करते थे लेकिन अब 25 प्वाइंट पर पेट्रोलिंग नहीं कर पा रहे हैं।'

इस पर अमित शाह ने जवाब देते हुए कहा कि, "अधीर रंजन जी जानना चाह रहे हैं कि अब ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा है। तो मैं बता दूं कि खामियां तब थीं और अब नहीं हैं। यह बहस हजारों हेक्टेयर बर्बाद होने के बाद शुरू हुई थी।"

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