CWG 2018: 10वें दिन भारत को 8 गोल्ड, अब तक 59 मेडल के साथ तीसरे नंबर पर काबिज

CWG 2018: 10वें दिन भारत को 8 गोल्ड, अब तक 59 मेडल के साथ तीसरे नंबर पर काबिज

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-14 03:13 GMT


डिजिटल डेस्क, गोल्ड कोस्ट। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चल रहे 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स के 10वें दिन भारतीयों के लिए खुशखबरी आई है। भारतीय खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन का सिलसिला जारी रखा है। शनिवार को भारत की झोली में 8 गोल्ड मेडल आए। भारतीय बॉक्सर विकास कृष्णन मेन्स 75 किलोग्राम भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीता है। विकास के इस गोल्ड के साथ ही शनिवार को भारत के खाते में अभी तक 8 गोल्ड मेडल आ चुके हैं। इससे पहले मुक्केबाज मैरी कॉम ने भारत को एक और गोल्ड दिलाया है। मैरीकॉम ने 48 किलोग्राम वर्ग के मुक्केबाजी प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता है। इस दिग्गज मुक्केबाज ने फाइनल में इंग्लैंड की क्रिस्टिना ओ हारा को 5-0 से मात देकर पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना पहला मेडल हासिल किया है। इससे पहले मैरीकॉम ने ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीता था। इसी के साथ मैरी कॉम कॉमनवेल्थ गेम्स में बॉक्सिंग में गोल्ड जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं।

 

 

मैरी कॉम के बाद बॉक्सिंग में ही गौरव सोलंकी ने दिलाया गोल्ड

 

 

 

कॉमनवेल्थ गेम्स के 10वें दिन शनिवार को मैरी कॉम के एक और भारतीय ने मुक्केबाज ने अपने पंचेज का दम दिखाते हुए भारत की झोली में गोल्ड डाल दिया है। ये गोल्ड मेडल मुक्केबाज गौरव सोलंकी ने जीता है। गौरव ने पुरुषों की 52 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा के फाइनल में उत्तरी आयरलैंड के ब्रेंडन इरवाइन को 4-1 से मात देते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया। वहीं 46 किलो भार वर्ग में अमित पंघाल ने देश के लिए सिल्वर मेडल जीता। उन्हें फाइनल में इंग्लैंड के खिलाड़ी के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। गौरव का ये कॉमनवेल्थ गेम्स में पहला पदक है। 

 

 

 

 

शूटिंग और एथलेटिक्स में भी गोल्ड से चमका भारत 

 

कॉमनवेल्थ गेम्स में शनिवार को शूटर संजीव राजपूत ने 50 मीटर राइफल 3 पोजिशंस में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया। इस कैटेगरी का सिल्वर कनाडा के जॉर्ज सेश और ब्रॉन्ज इंग्लैंड के डीन बेले ने जीता।

 

 

वहीं, नीरज चोपड़ा ने यहां एथलेटिक्स में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया। उन्होंने जेवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक जीता।

 

 

 

भारतीयों ने किया 8 गोल्ड मेडल पर कब्जा

 

भारत के खाते में एक और गोल्ड आ गया है। विनेश फौगाट ने फ्री स्टाइल के 50 किलोग्राम इवेंट में गोल्ड मेडल जीता है। फाइनल मुकाबले में विनेश ने कनाडा की रेसलर जेसिका मेकडोनाल्ड को हराया। शनिवार को कॉमनवेल्थ गेम्स के 10वें भारत के खाते में कुल 8 गोल्ड आए।

 

 

 

वहीं भारत की स्टार पहलवान साक्षी मलिक ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है। साक्षी मलिक 62 किलोग्राम फ्रीस्टाइल का सेमीफाइनल मुकाबला जीतने में कामयाब नहीं हो पाई थी। इसके हार के बाद साक्षी मलिक ने ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुए मुकाबले को जीत लिया।

 

 

 

 

 

पहलवान सुमित मलिक ने किया अपने नाम गोल्ड

 

कॉमनवैल्थ गेम्स में भारतीय पहलवान सुमित मलिक ने 125 किग्रा. वर्ग में गोल्ड मैडल जीत लिया है। सुमित को फाइनल मुकाबले में नाइजीरिया के सिनी बोल्टिक ने टक्कर देनी थी। लेकिन ऐन मौके पर बोल्टिक ने चोट के कारण मैच लडऩे से इंकार कर दिया। इस तरह बिना फाइनल खेले ही सुमित ने गोल्ड पर कब्जा जमा लिया। गोल्ड जीतते ही सुमित ने अपने कंधों पर इंडियन फ्लैग रखा और ग्राउंड का चक्कर लगाते हुए दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया।

 

 

 

अब तक भारत ने 59 मेडल जीते

 

21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने अब तक कुल 59 मेडल जीत लिए हैं। इनमें 25 गोल्ड, 16 सिल्वर और 18 ब्रॉन्ज शामिल हैं। भारत पदक तालिका में तीसरे स्थान पर बना हुआ है। वहीं ऑस्ट्रेलिया 70 गोल्ड के साथ पहले और इंग्लैंड 37 गोल्ड के साथ दूसरे पायदान पर है।

 

शनिवार को गोल्ड जीतने वाले खिलाड़ियों के नाम

मैरी कॉम -  बॉक्सिंग

गौरव सोलंकी  - बॉक्सिंग

विनेश फौगाट - फ्री स्टाइल रेसलिंग

नीरज चोपड़ा -  एथलेटिक्स

संजीव राजपूत - शूटिंग

सुमित कुमार -  फ्री स्टाइल रेसलिंग

मनिका बत्रा - टेबल टेनिस

विकास कृष्णन - बॉक्सिंग

 

 

मैरी कॉम ने अपने 3 बेटों को समर्पित किया गोल्ड मेडल

 

 

 

 

 

मैरी कॉम को बधाइयों का सिलसिला

 

मैरी कॉम की इस बड़ी कामयाबी पर पूरा देश उन्हें बधाइयां दे रहा है।

 

 

 

 

 

ऐसे रिंग में मैरी ने लगए पंच

मैरी कॉम ने पहले राउंड में सब्र दिखाया और मौकों का इंतजार किया। उन्हें मौके भी मिले जिसे उन्होंने अपने हाथ से जाने नहीं दिया। मैरी कॉम  धीरे-धीरे आक्रामक होते हुए अपने बाएं जैब का अच्छा इस्तेमाल कर रही थीं। 

दूसरे राउंड में मैरी कॉम ने अपना अंदाज जारी रखा। वहीं क्रिस्टिना कोशिश तो कर रहीं थी लेकिन उनके पंच चूक रहे थे। वहीं मैरी कॉम मुकबला आगे बढ़ने के साथ और आक्रामक हो गईं और अब जैब के साथ अपने लेफ्ट हुक का भी अच्छा इस्तेमाल कर रही थीं। अब वह अपने फुटवर्क का अच्छा इस्तेमाल करते हुए क्रिस्टिना पर दबाव बनाए हुए थीं। 

तीसरे और अंतिम राउंड में क्रिस्टिना भी आक्रामक हो गई थीं और पांच बार की विश्व चैम्पियन को अच्छी टक्कर दे रही थीं, लेकिन मैरी कॉम ने अपना डिफेंस भी मजबूत रखते हुए जीत हासिल की।

 

मैरी कॉम का ये हो सकता है आखिरी कॉमनवेल्थ 

मैरी कॉम 2014 के इंचियोन एशियाई खेलों और 2010 के ग्वांगझू एशियाई खेलों में गोल्ड और ब्रॉन्ज पदक जीत चुकी हैं। मणिपुर की मैरी के खाते में सिर्फ कॉमनवेल्थ गेम्स का पदक ही नहीं है।

"मैग्निफिसेंट मैरी" के नाम से मशहूर मैरीकॉम ने गत वर्ष एशियाई चैंपियनशिप में जबरदस्त वापसी करते हुए गोल्ड पदक जीता था जो एशियाई चैंपियनशिप में उनका पांच साल बाद हासिल किया गया गोल्ड था। 

राज्यसभा सांसद मैरीकॉम के लिए ये संभवत: आखिरी कॉमनवेल्थ गेम्स हो, क्योंकि अगले राष्ट्रमंडल खेलों तक वो 39 साल की हो जाएंगी। तीन बच्चों की मां मैरीकॉम भारतीय मुक्केबाजी में लीजेंड का दर्जा रखती हैं।
 

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