तापमान बढ़ने से पक्षी हो रहे डिहाइड्रेशन का शिकार

तापमान बढ़ने से पक्षी हो रहे डिहाइड्रेशन का शिकार

Anita Peddulwar
Update: 2020-04-27 11:09 GMT
तापमान बढ़ने से पक्षी हो रहे डिहाइड्रेशन का शिकार

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  शहर में हुए लॉकडाउन का असर अब तापमान बढ़ने के बाद पशु-पक्षियों पर देखने मिल रहा है। खाना व पानी को तरस रही चिड़िया डिहाइड्रेशन  का शिकार हो रही है। जिससे इनकी मौत हो रही है। इसका प्रमाण यह है, कि आये दिन वन विभाग के ट्रांझिक ट्रीटमेंट सेंटर में ऐसे पक्षी आ रहे हैं। जिनके शरीर में पानी की वजह से मौत हो गई। हालांकि सही समय पर पक्षी डॉक्टरों की निगरानी में आने के बाद इनकी जान भी बचाई जा रही है।

नागपुर में गत 22 मार्च से कोरोना के कारण लॉकडाउन की स्थिति बनी है। शहर की सड़कों पर सन्नाटा छाया है। हॉटेल्स से लेकर छोटी खान-पान की दुकाने भी नहीं खुल सकी है। ऐसे में अब तक सड़कों पर पलनेवाले श्वान पर दिन काटना मुश्किल हो गया था। लेकिन अब पक्षियों पर भी इसका असर देखने मिल रहा है। जिसका मुख्य कारण गत 8 दिनों से तापमान 40 से 43 तक पहुंच गया है। ऐसे में पक्षियों को जरूरत के अनुसार खान-पान नहीं मिल रहा है। खासकर दुकानों में लगनेवाले कुलर बंद है। जिससे उन्हें पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। पानी की तलाश में घूमते पक्षी एक समय तक उड़ पाते हैं, इसके बाद वह सड़क या लोगों के वॉल कंपाउंड में गिर जाते हैं। सही समय में मदद मिली तो बच रहे हैं, वरना दम तोड़ रहे हैं। पक्षी विशेषज्ञों के अनुसार इनमें किसी और बीमारी का संचार नहीं है, बल्कि यह सब पक्षी पानी की कमी से मर रहे हैं।

ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर में आये दिन आ रहे ऐसे पक्षी  

सेमिनरी हिल्स में वन्यजीवों की मदद के लिए वन विभाग का ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर बना है। जहां जख्मी व रेस्कयू करने वाले जानवरों को लाकर रखा जाता है। इलाज कर इन्हें स्वस्थ्य कर निसर्गमुक्त किया जाता है। बताया गया कि, गत आठ दिनों से यहां डिहाइड्रेट पक्षियों की संख्या बढ़ गई है। लंबे समय से पानी नहीं मिलने से धूप में घूमनेवाले यह पक्षी जमीन पर गीर रहे हैं। जिससे उनकी मौत हो रही है। खासकर सतरंजीपुरा से ज्यादा पक्षियों को यहां लाया जा रहा है। जिसका मुख्य कारण यह है, कि यहां बहुत ज्यादा कोरोना के मरीज मिलने से पूरा इलाका सील कर दिया है। लोग घर के बाहर नहीं निकल रहे हैं. दुकाने बंद है। ऐसे में पक्षियों को पानी व खाने के लिए तरसना पड़ रहा है।

ये कर सकते हैं 

पक्षी विशेषज्ञ अविनाश लोंडे ने बताया कि, एकाकी तापमान बढ़ने से पक्षी डिहाइड्रेशन का शिकार हो रहे हैं। जिससे भी उनकी मौत हो सकती है। ऐसे में किसी को भी सड़क पर पक्षी पड़े मिलते हैं, तो उसे ग्लूकोज के पानी में नमक मिलाकर पिलाया जा सकता है। यदि ग्लूकोज का पानी नहीं हो, तो एक कप पानी में एक चम्मच शक्कर व चुटकीभर नमक मिलाकर इसका ड्राप पक्षियों को देने से भी यह ठीक हो जाएंगे। 

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