अपने फैसलों के लिए न्यूट्रल साइटेशन सिस्टम शुरू करेगा

Madras High Court to introduce neutral citation system for its judgments
अपने फैसलों के लिए न्यूट्रल साइटेशन सिस्टम शुरू करेगा
मद्रास उच्च न्यायालय अपने फैसलों के लिए न्यूट्रल साइटेशन सिस्टम शुरू करेगा

डिजिटल डेस्क, चेन्नई। मद्रास उच्च न्यायालय अपने आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किए गए अपने सभी निर्णयों के लिए एक तटस्थ उद्धरण प्रणाली (न्यूट्रल साइटेशन सिस्टम) शुरू करने के लिए तैयार है।

मद्रास उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल पी. धनबल द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार, प्रणाली 1 जनवरी, 2023 से चालू हो जाएगी।

परिपत्र में कहा गया- मद्रास उच्च न्यायालय के न्यूट्रल साइटेशन के लिए साइटेशन का तरीका वर्ष/एमएचसी/स्वत: उत्पन्न संख्या होगा। आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किए गए प्रत्येक आदेश/निर्णय के लिए एक अद्वितीय तटस्थ उद्धरण संख्या 1 जनवरी, 2023 को और उसके बाद स्वत: उत्पन्न हो जाएग और आदेश/निर्णय के प्रत्येक पृष्ठ के ऊपरी बाएँ भाग में उपलब्ध होगा।

आधिकारिक वेबसाइट के जजमेंट्स - पीडीएफ जजमेंट लिंक के तहत एक अतिरिक्त सर्च फील्ड भी बनाया गया है, ताकि मुख्य शब्दों, केस नंबर, पार्टी का नाम, ऑर्डर/फैसले की तारीख आदि के अलावा ऑर्डर/निर्णय को निष्पक्ष रूप से खोजा जा सके। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में अपने निर्णयों के लिए समान और अद्वितीय प्रशस्ति पत्र विकसित करने और लागू करने के लिए उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया।

केरल उच्च न्यायालय ने हाल ही में 1949 से पारित अपने सभी निर्णयों और आदेशों के लिए एक विशिष्ट तटस्थ प्रशस्ति पत्र संख्या लागू करने का निर्णय लिया। दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी हाल ही में अदालत की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किए गए अपने सभी निर्णयों के लिए तटस्थ उद्धरण प्रणाली शुरू की है।

(आईएएनएस)

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Created On :   31 Dec 2022 3:00 PM GMT

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